
बीकानेर,मायरा राजस्थान में प्रचलित काफी पुरानी रस्म है, जिसे भात भी कहते है। यह रस्म वर/वधु के ननिहाल पक्ष द्वारा निभाई जाती है। इस बार बीकानेर की अनूठी सामाजिक पहल चर्चा में है। शहर के राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय के संकाय सदस्यों ने महाविद्यालय में ठेके में कार्यकर्त बाईजी के पीहर पक्ष न होने के कारण सामाजिक परम्पराओं को निभाते हुए घर पहुंचकर मायरे में 62000 की नगद राशि सहित सोने का हार, पायल, कपड़े व फल आदि भेंट कर आशीर्वाद दिया। इस दौरान परिजनों ने स्वागत सत्कार करते हुए धन्यवाद भी दिया।