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बीकानेर,इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में अभियंता दिवस के अवसर पर स्टूडेंट्स एक्टिविटी सेंटर एवं इनोवेशन काउंसिल के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न शैक्षणिक व तकनीकी गतिविधियों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग तथा विशिष्ट अतिथि सेरेमिक सेंटर के पूर्व निदेशक श्री मोहन सिंह फागेरिया रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत भारत रत्न, महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को नमन एवं पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। स्वागत भाषण डॉ. महेंद्र भादू ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग ने कहा कि इंजीनियरिंग शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप नवाचार करना है। विद्यार्थी यदि रचनात्मकता और तकनीकी दक्षता के साथ कार्य करेंगे, तो न केवल राष्ट्र को नई दिशा देंगे बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान और सशक्त होगी।

प्राचार्य डॉ. ओ.पी. जाखड़ ने अपने उद्बोधन में विश्वेश्वरैया के योगदान को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इस अवसर पर दोनों अतिथियों का पारंपरिक राजस्थानी साफा एवं शॉल पहनाकर सम्मान किया गया।

विशिष्ट अतिथि श्री फागेरिया ने ऊर्जा संरक्षण के महत्व तथा ऊर्जा के अपव्यय को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया। रजिस्ट्रार अमित सोनी ने अभियंता विश्वेश्वरैया के सामाजिक योगदान पर प्रकाश डालते हुए सभी को अभियंता दिवस की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का समापन डॉ. चक्रवर्ती श्रीमाली द्वारा आभार प्रदर्शन से हुआ।

इस अवसर पर सीएसई विभाग की ओर से “गूगल जेमिनी का महत्व” विषय पर विशेष सत्र आयोजित किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ. प्रीति नरूका ने बताया कि छात्रों को गूगल जेमिनी के नि:शुल्क उपयोग हेतु रिडीम की जानकारी भी प्रदान की गई। इसी क्रम में विभाग द्वारा आयोजित क्विज़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हर्ष जोशी, द्वितीय स्थान शुभम कुमावत तथा क्विज़ विनर वंशिका किरोड़िवाल रहीं।

इनोवेशन काउंसिल द्वारा छात्रों के नवीन प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया गया। पिचिंग प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपने अभिनव विचार प्रस्तुत किए। डॉ. राहुल राज चौधरी ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम स्थान चंदन कांडा एवं राघव शर्मा को उनके “ऑटोमेटेड पैकेज डिवेलपिंग मशीन” प्रोजेक्ट के लिए मिला। द्वितीय स्थान नवनीत ने “हॉस्पिटल रिसीप्ट ऑटोमेशन” प्रोजेक्ट से प्राप्त किया, जबकि तृतीय स्थान विक्रम एवं मृगेन्द्र को “लैब मैनेजमेंट एप्लिकेशन” हेतु मिला। निर्णायक मंडल में डॉ. धर्मेन्द्र, डॉ. जितेन्द्र जैन एवं डॉ. विनीेत शामिल रहे।

कार्यक्रम में डॉ. सुरेश पुरोहित, डॉ. अरुण पुरोहित, डॉ. गया प्रसाद सिंह सिनवार, डॉ. ऋतुराज सोनी, डॉ. गणेश प्रजापत, डॉ. इंदु भूरिया, डॉ. सी.एस. राजोरिया, डॉ. श्याम सुंदर सुथार सहित अनेक प्राध्यापक उपस्थित रहे।

आयोजन की सफलता में प्रमुख भूमिका निभाने वाले छात्र समन्वयक थे – पुलकित सूथार, खुशवंत सिंह राजपुरोहित, पीयूष प्रजापत, हर्ष जोशी, अश्विनी बिस्सा और प्रियांशी कुशवाहा।

स्टूडेंट्स एक्टिविटी सेंटर और इनोवेशन काउंसिल के समन्वय तथा छात्र समन्वयकों के परिश्रम से हुआ यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी और ज्ञानवर्धक साबित हुआ।

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