बीकानेर, यहां डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के अंतिम रविवार रात जब मंच पर इंडियन आइडल फेम सलमान अली के ऊंचे अलाप सीधे श्रोताओं के दिलों तक पहुंचे। तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी…, तेरी दीवानी और छाप तिलक जैसे हर दिल अजीज गानों से सलमान ने धूम मचा दी।
सलमान ने जब नुसरत फतेह अली खां के रस्के कमर गाने के सुर छेड़े तो पूरा स्टेडियम झूम उठा। उन्होंने आवारा… और प्यार का पुजारी गाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया। लयकारी और अलाप से संगीत की दुनिया में धाक जमा चुके मेवात के सलमान ने दमादम मस्त कलंदर… से खचाखच भरे स्टेडियम में तमाम सुनने वालों को सुर मिलाने, तालियां बजाने और नाचने को विवश कर दिया। उन्होंने उंगली में अंगूठी, अंगूठी में नगीना… पेश कर दिलों के तार झंकृत कर दिए। सलमान के छाप तिलक सब छीनी रे मो से नैना मिलाइके… गाया तो लोगों ने उसे हाथों—हाथ लिया और खूब जमकर तालियां बजाते हुए हर लाइन, हर हरकत पर खूब दाद दी। युवाओं का दिल जीतने के साथ ही उन्होंने बॉलिवुड के पुराने गाने गाकर बड़ी उम्र के लोगों के हृदय को भी फतेह कर लिया। इतने पर ही उन्होंने बस नहीं कर पंजाबी सॉन्स से पूरे स्टेडियम को झुमा दिया।