बीकानेर,जिले के देशनोक में ओरण परिक्रमा के दौरान भारतीय सेना के जवान ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि रामस्वरू कस्वां का बड़ा भाई श्रीराम कस्वां के साथ यह मारपीट की घटना ओरण परिक्रमा के दौरान हुई। वहीं पुलिस का आरोप है कि कस्वां ने पुलिसकर्मियों के साथ बदसूलकी करते हुए मारपीट की है। इसमें एक महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है। जानकारी निकल के सामने आ रही है कि कस्वां द्वारा पुलिस पर हाथ उठाने का एक विडियो भी सामने आया है। वहीं मारपीट मामले में रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर सीएम भजनलाल शर्मा से पुलिस के कृत्य पर संज्ञान लेने की मांग की।
एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि जवान श्रीराम कस्वां को गिरफ्तार किया गया है। ओरण यात्रा के दौरान पुलिस के साथ मारपीट और महिला पुलिसकर्मी के साथ धक्का-मुक्की की थी। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। वहीं जवान श्रीराम कस्वा ने भी परिवाद दिया है, जिसकी जांच की जा रही है।
मामले को लेकर रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा कि देशनोक पुलिस ने श्रीराम के साथ मारपीट की। उसका सिर फोड़ दिया। बेनीवाल ने लिखा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा , बीकानेर जिले की पुलिस के कृत्य पर संज्ञान लीजिए। विगत दिनों शहीद हुए जिले के नोखा क्षेत्र के जवान रामस्वरूप कस्वा के भाई और भारतीय सेना के एक जवान श्रीराम के साथ देशनोक में पुलिस ने बेवजह मारपीट की है और डंडे से सिर फोड़ दिया! मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के लिए सेना का जवान देशनोक थाने में बैठा है लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। मामले में तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज करके दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। जो वीडियो बेनीवाल ने जारी किया है, उसमें श्रीराम बोल रहे हैं – ऐसे तो ये जान से ही मार देंगे।
देशनोक थानाधिकारी सुमन शेखावत ने बताया कि गुरुवार को श्रीराम कस्वां करणी माता की ओरण यात्रा कर रहा था। जेगला फांटे पर ओरण परिक्रमा की यातायात व्यवस्था की जा रही थी। इस दौरान जवान पुलिस से उलझ गया और यातायात व्यवस्था में सहयोग नहीं किया। जवान अपनी गाड़ी नो एंट्री में ले जाना चाहता था, जिसे रोकने पर उसने एक पुलिसकर्मी विजयपाल के साथ मारपीट की और महिला पुलिसकर्मी से धक्का-मुक्की की। इस दौरान उसके भी सिर में चोट लगी। ये चोट कैसे लगी? इस बारे में भी पुलिस ने कुछ स्पष्ट नहीं किया है।