बीकानेर,भारत और ऑस्ट्रेलिया की सेना का युद्धाभ्यास जारी है. यह युद्धाभ्यास राजस्थान में स्थित बीकानेर जिले के सब महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में हो रहा है.विदेशी जवानों के लिए यह अलग अनुभव है.भारतीय सेना को सरहद पर दुश्मन छुपे होने की सूचना मिली. सेना के जवान हेलीकॉप्टर में सवार होकर बॉर्डर पर पहुंचे और दुश्मनों को ढूंढ निकाला. एक जोरदार बम धमाके की आवाज के साथ दरवाजा टूटा और गोलियां चलने लगी. पलक झपकते ही बहादुर जवानों ने दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर दिया. यह सब हुआ बीकानेर के सब महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में, जहां इन दिनों भारत और ऑस्ट्रेलिया की सेना का युद्धाभ्यास ‘ऑस्ट्रो हिंद’ जारी है.
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास ऑस्ट्रो-हिंद श्रृंखला का यह प्रथम अभ्यास है. दोनों ही देशों की सेनाओं के बीच 28 नवंबर से शुरू हुआ यह द्विपक्षीय प्रशिक्षण अभ्यास 11 दिसंबर तक जारी रहेगा. ऑस्ट्रेलियाई सेना की सैकंड डिवीजन की 13वीं ब्रिगेड के सैनिक अपने हथियारों सहित अभ्यास के लिए पहुंचे थे. इस संयुक्त युद्धाभ्यास में भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व डोगरा रेजीमेंट के सैनिक कर रहे हैं. दोनों देशों के बीच सकारात्मक सैन्य संबंध बनाने के उद्देश्य से यह युद्धाभ्यास किया जा रहा है. इस दौरान दोनों देशों के जवान एक-दूसरे की सैन्य तकनीक और युद्ध कौशल को समझ रहे हैं.
हथियारों के साथ मार्शल आर्ट ट्रेनिंग
आधुनिक हथियारों की तकनीक समझने के साथ ही दोनों देशों के जवान मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग भी ले रहे हैं. इस युद्धाभ्यास में महिला सैनिक भी भाग ले रही हैं. ऑस्ट्रेलिया की वूमेन सोल्जर्स ने इंडियन वूमेन सोल्जर्स को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी. उन्होंने यह टेक्निक बताई कि कैसे पलक झपकते ही दुश्मन को बिना हथियार हाथों से धूल चटा सकते हैं. महिला की एक्टिवनेस देखकर सभी दंग रह गए. रेत में भारतीय जवानों के साथ ऑस्ट्रेलियाई जवान दिन-रात युद्धाभ्यास कर रहे हैं. विदेशी जवानों के लिए भारतीय भूमि पर यह एक अलग और अनूठा अनुभव है.