बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक तरीके से भेड़ एवं बकरी पालन हेतु सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। मानव संसाधन निदेशालय सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलसचिव डॉ देवा राम सैनी और विशिष्ट अतिथि वित्त नियंत्रक राजेन्द्र कुमार खत्री थे।
मुख्य अतिथि कुलसचिव डॉ देवा राम सैनी ने भेड़ और बकरी पालकों को केंद्र व राज्य सरकार की पशुधन से संबंधित सभी योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रेरित किया। साथ ही कहा कि प्रशिक्षण में हिस्सा ले रहे प्रगतिशील किसानों को मार्केटिंग की जानकारी भी दी जाए ताकि ये अपने उत्पाद बाजार में आसानी से बेच सके। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद यह फीडबैक भी लिया जाए कि कितने किसानों ने भेड़ व बकरी पालन शुरू किया। साथ ही इस क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले किसानों को भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाए।
निदेशक प्रसार डॉ. पी. एस. शेखावत ने किसानों को बताया कि भेड़ बकरी पालक किसान भी उत्पादक संगठन (FPO) बनाकर सामूहिक कार्य कर बड़े बाजार तक अपने उत्पाद को पहुंचा सकते हैं। साथ ही कहा कि किसान भाई कृषि के साथ साथ इस व्यवसाय से अच्छा मुनाफा प्राप्त कर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं l
कार्यक्रम के आयोजक व पशुधन उत्पादन एवं प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष और छात्र कल्याण निदेशक डॉ निर्मल सिंह दहिया ने बताया कि यह प्रशिक्षण कृषि महाविद्यालय बीकानेर के पशुधन उत्पादन एवं प्रबंधन विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र बीकानेर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित करवाया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के छः राज्यों राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से 55 भेड़ एवं बकरी पालक प्रगतिशील किसान हिस्सा ले रहे हैं।
कृषि महाविद्यालय, बीकानेर के अधिष्ठाता डॉ. पी. के. यादव ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।कार्यक्रम में प्रशिक्षण सह संयोजक डॉ. शंकर लाल, कृषि विज्ञान केंद्र बीकानेर के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ दुर्गा सिंह, डॉ. कुलदीप सिंघे एवं अन्य वैज्ञानिक उपस्थिति रहे l मंच संचालन डॉ सुशील कुमार ने किया।