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बीकानेर, राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय की 75वीं जयंती के अवसर पर शनिवार को पूर्व शिक्षक सम्मान समारोह, महाविद्यालय की सुदर्शन पत्रिका और अंग्रेजी लैग्वेज लैब का लोकार्पण, महाविद्यालय में 20 के.वी. सोलर ग्रिड प्लान्ट का शिलान्यास व महाविद्यालय के पूर्व शिक्षाविदों का सम्मान तथा इसी सत्र में भूगोल, ड्राइंग पेंटिंग तथा उर्दू विषय प्रारंभ करने पर आभार कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती है। इसमें गुरु की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा के विकास को लेकर संकल्पबद्ध है। राजस्थान के सभी राजकीय महाविद्यालयों को सम्बधित क्षेत्रों के विश्वविद्यालयों को सम्बद्ध महाविद्यालय बनाया जाए, तो इसके बेहतर परिणाम आएंगे। डाॅ. कल्ला ने महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में बीएफए की कक्षाएं प्रारम्भ करने के लिए उच्च शिक्षा मंत्री का आभार जताया, यहां एमएफए की कक्षाएं प्रारम्भ करने की जरूरत जताई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर पिछले ढाई सालों में राज्य में 123 नए काॅलेज प्रारम्भ किए गए हैं। अनेक महाविद्यालयों में नए संकाय प्रारम्भ किए गए हैं। नव स्वीकृत महाविद्यालयों के भवन बनाए जा रहे हैं। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विकास का यह क्रम अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने महाविद्यालय के पूर्व शिक्षकों के सम्मान कार्यक्रम को अभिनव पहल बताया तथा अंग्रेजी शिक्षा के महत्त्व पर बल देते हुए लैंग्वेज लैब प्रारम्भ किए जाने को सराहा। साथ ही सोलर ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के महाविद्यालय के प्रयासों की सराहना भी की।
इस दौरान महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वी. के. सिंह ने जीवन में शिक्षक की भूमिका पर प्रकाश डाला तथा विश्वविद्यालय द्वारा किए गए नवाचारों की जानकारी दी। काॅलेज शिक्षा के सहायक निदेशक डाॅ. राकेश हर्ष ने कहा कि एमएस काॅलेज में वनस्पति शास्त्र में पीजी कक्षाएं प्रारम्भ करने की मांग की, जिस पर उच्च शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालय में वनस्पति शास्त्र में पीजी और एबीएसटी विषय में स्नातकोत्तर कक्षएं इसी सत्र से स्ववित्त पोषित योजना में प्रारम्भ करने की घोषणा की।
इससे पहले प्राचार्य डाॅ. शिशिर शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया और कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी। सुदर्शन पत्रिका के सम्पादक डाॅ. रजनी रमण झा ने पत्रिका के बारे में बताया। इससे पहले पूर्व प्राचार्य डाॅ. यशपाल भसीन व कृष्णा राठौड़ ने भी विचार रखे। कार्यक्रम प्रभारी डाॅ. इंदिरा गोस्वामी ने आभार व्यक्त किया

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