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बीकानेर,कांग्रेस के बैनर तले बीकानेर से नौ बार चुनाव लड़ चुके 74 वर्षीय नेता डॉ. बी.डी. कल्ला दो और सर्वे में पिछड़ गए हैं। सूत्रों की मानें तो पार्टी स्तर पर करवाए गए कई दौर के सर्वे के बाद अब ऑनलाइन वोटिंग में पिछड़ना कल्ला के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। चौकाने वाली बात यह है कि इन दोनों सर्वे में वोट देने वालों ने लोकेश शर्मा को पहली पसंद माना है। एक ट्वीटर हैंडल पर हुए सर्वे में तो कल्ला मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा से मीलों पीछे रह गए हैं। इस सर्वे में कल्ला को सिर्फ 33 प्रतिशत लोगों का साथ मिला है। वहीं लगभग 67 प्रतिशत लोगों के लिए विधायक के तौर पर लोकेश शर्मा पहली पसंद बनकर उभरे हैं।

दरअसल बीकानेर के सोशल मीडिया के दो अलग-अलग प्लेटफार्म पर इन दिनों हुए दो सर्वे चर्चा में हैं। पहला, फेसबुक पेज बीकानेरी रंगत का है। इसमें पेज के संचालक ने चार संभावित उम्मीदवारों के बीच सर्वे करवाया। इसमें लोकेश शर्मा आगे रहे। वहीं राजस्थानी काका नाम के एक ट्वीटर हैंडल ने तो डॉ. कल्ला की सर्वग्राह्यता पर बड़ा प्रश्न चिह्न लगा दिया। ऐसा लगता भी है कि डॉ. कल्ला के भी कहीं-ना-कहीं इसका भान हो गया है। तभी तो वे मीडिया के सामने खुद को जवान साबित कर रहे हैं। वैसे डॉ. कल्ला के बंगला खाली करने से उपजा विवाद अब तक शांत नहीं हुआ था कि लोकेश शर्मा को सरकारी नौकरी छोड़ने की सलाह देना भी राजनैतिक गलियारों में हास्यास्पद सा लग रहा है। राष्ट्रीय स्तर के अखबारों में इस बयान की फजीहत हुई है और सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इसका जमकर मजाक बनाया। इस सर्वे से ऐसा लग रहा है, जैसे युवाओं ने कल्ला को पूर्णतया नकार दिया है और युवा बदलाव चाहते हैं। वैसे भी पिछले साढ़े चार वर्षों में कल्ला का कार्यकाल कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाया, ऐसे में युवाओं की नाराजगी भी जायज है। यही कारण है कि शहर के युवा ऐसे सर्वे के माध्यम से अपनी मंशा जाहिर करते हुए बदलाव की मांग कर रहे हैं।

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