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बीकानेर,हालांकि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का निधन गत 31 मार्च को हो गया था, लेकिन गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 12 सितंबर को पुष्कर के मेला मैदान पर एक बड़ी श्रद्धांजलि सभा रखी गई है। आयोजन समिति के प्रमुख सदस्य और रिटायर डीजे किशन गुर्जन ने बताया कि राजस्थान के अति पिछड़ा वर्ग की पांच जातियों को 5 प्रतिशत विशेष आरक्षण दिलवाने में कर्नल बैंसला का बहुत बड़ा योगदान रहा है। कर्नल बैंसला ने गुर्जर समुदाय को साथ लेकर जो बलिदानी संघर्ष किया गया उसी का परिणाम है कि आज गुर्जर बंजारा, लुहार, रायका और गडरिया जाति के लोगों को सरकारी नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिल रहा है। अति पिछड़ा वर्ग के लोगों की भावनाओं को देखते हुए ही 12 सितंबर को प्रात: 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक पुष्कर के मेला मैदान में श्रद्धांजलि सभा रखी गई है। सभा में कर्नल बैंसला के अस्थि कलश भी रखे जाएंगे ताकि लोग श्रद्धांजलि अर्पित कर सके। दो बजे बाद अस्थियों का विसर्जन पुष्कर के सभी 52 घाटों पर किया जाएगा। कर्नल बैंसला के परिवार के सदस्य गुर्जर घाट पर विसर्जन करेंगे, जबकि संघर्ष समिति के कार्यकर्ता शेष 51 घाटों पर विसर्जन करेंगे। गुर्जर ने स्पष्ट किया कि श्रद्धांजलि सभा और अस्थि विसर्जन का आयोजन संघर्ष समिति के बैनर तले हो रहा है। श्रद्धांजलि सभा में आने वाले प्रदेश भर के लोगों के लिए पुष्कर में ही भोजन की व्यवस्था की गई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के साथ साथ कई मंत्री, विधायक और राजनेता भी श्रद्धांजलि सभा में भाग लेंगे।

सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाऊंगी:
कर्नल बैंसला की पुत्री और आयकर विभाग की मुख्य आयुक्त सुनीता गुर्जर ने कहा कि यह अच्छी बात है कि पुष्कर में श्रद्धांजलि सभा और अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम शुभचिंतकों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि मेरे पिता ने अपने जीवन काल में समाज सुधार के अनेक कार्य किए। यही वजह है कि आज संपूर्ण गुर्जर समुदाय में उनकी लोकप्रियता है। मेरे पिता ने समाज सुधार का जो रास्ता दिखाया उसे मैं और आगे बढ़ाउंगी। उन्होंने कहा कि अभी वे सरकारी सेवा में है इसलिए अपनी सीमाओं में रह कर ही सामाजिक कार्य कर सकती है। लेकिन सेवानिवृत्त के बाद वे हर दृष्टि से अपने समाज को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान सरकार द्वारा जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा नहीं किए जाने के सवाल पर सुनीता गुर्जर ने कोई टिप्पणी नहीं की। लेकिन उन्होंने कहा कि अति पिछड़ा वर्ग की सभी समस्याओं का समाधान होना चाहिए। सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए वे समाज के साथ खड़ी हैं। श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने के लिए सुनीता गुर्जर भी पुष्कर पहुंच गई है। इसी प्रकार कर्नल बैंसला के पुत्र विजय बैंसला भी पुष्कर आ गए हैं। कर्नल बैंसला गुर्जर आरक्षण आंदोलन में विजय बैंसला ने भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। विजय बैंसला चाहते हैं कि राज्य सरकार ने आंदोलन के समय जो वादे किए थे उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इनमें दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग भी शामिल है। विजय बैंसला का कहना है कि उनके पिता ने जो संघर्ष शुरू किया था उसे आगे भी जारी रखा जाएगा। विजय बैंसला चाहते हैं कि राजनीतिक दृष्टि से भी गुर्जर समाज को एकजुट किया जाए।

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