
बीकानेर,राज्य महिला आयोग की ओर से सर्किट हाउस में जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इस दौरान अध्यक्ष रेहाना रियाज व अन्य सदस्यों की ओर से बीकानेर से आई महिलाओं ने अपनी परिवेदनाएं प्रस्तुत की। इन्हें आयोग द्वारा धैर्य पूर्वक सुना गया। इन प्रकरणों पर कार्रवाई कर पीडित महिलाओं को राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने बताया कि जनसुनवाई में पारिवारिक कलह, दहेज प्रताडना, सम्पत्ति विवाद, उत्पीडन एवं बलात्कार जैसे अपराधों से सम्बन्धित प्रकरण प्राप्त हुए। आयोग के पास विभिन्न माध्यमों से 25 प्रकरण आएं हैं। इन प्रकरणों को शीघ्र निस्तारित कर पीडिताओं को राहत देने के लिए आयोग संकल्पबद्ध है। उन्होंने बताया कि महिला आयोग प्रकरण के प्राप्त होते ही सक्रियता के साथ कार्य करने लगता है। आयोग के सदस्य, अधिकारी एवं न्याययिक प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी कर्मठता एवं ईमानदारी के साथ कार्य करते है। पीडिता को राहत पहुंचाने के लिए प्रत्येक स्तर से सम्पर्क किया जाता है। समस्त प्रकरणों पर त्वरित न्याय दिलाने की भावना के साथ आयोग कार्य करता है। झूठा प्रक रण दर्ज करवाने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई करते हैं। इस अवसर पर सदस्य सुमन यादव, सुमन जैन व अंजना मेघवाल, जिला कलक्टर नम्रता, पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर, जिला परिषद के सीईओ सोहनलाल, एडीएम प्रशाासन रमेश देव,महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक डा अनुराधा सक्सेना उपस्थित रहे।
महिलाओं की समस्याओं का समाधान करने के लिए गुरुवार को सर्किट हाउस में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष पहुंची और महिलाओं की पीड़ा को सुना। इस दौरान लंबे समय से जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने न्याय की गुहार लगाई बैठी दुर्गा देवी की सुनवाई नहीं होने पर वह भी आज महिला आयोग के सामने पेश हुई। लेकिन यहां आश्वासन मिलने के बाद वह बेसुध हो पार्क में गिर पड़ी। बेहोशी की हालत में उसे पुलिस गाड़ी द्वारा पीबीएम ले जाया गया। प्रशासनिक दावों की माने तो सुनवाई के दौरान 108 एंबुलेंस की व्यवस्था होनी चाहिए। किंतु ऐसा नहीं होना कहीं ना कहीं प्रशासन के दावों की पोल खोलता नजर आया।