बीकानेर ,कुचीलपुरा, बारह गुवाड़ चौक, गिन्नाणी, हनुमान हत्था और माजीसा बास में पिछले 15-20 दिनों से पीने का गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। लोगों ने पीएचईडी अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया।पीएचईडी अधिकारी व कर्मचारी बरगढ़वाड़ चौक में पिछले 10 दिनों से पाइप लाइन लीकेज का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लीकेज नहीं मिला।
दूषित जल आपूर्ति वाले क्षेत्रों के लोग अब बीमार हो रहे हैं। पीबीएम अस्पताल में भी इन दिनों उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। बरगढ़वाड़ चौक निवासी विजय कुमार ओझा ने बताया कि पिछले 15 दिनों में 30 से अधिक लोगों ने उल्टी और दस्त की शिकायत की है। कुछ लोग घर पर इलाज करा रहे हैं तो कई अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार को ही नाथूसर गेट टैंक पर काम करने वाले कर्मचारियों को लोगों के घरों में सप्लाई होने वाले सीवेज के पानी के सैंपल दिखाए गए।
उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि पीएचईडी अधिकारियों और कर्मचारियों को पिछले दस दिनों से कोई रिसाव नहीं मिला। वहीं कुचिलपुरा के फारूक चौहान, राजा भाटी, शौकतली आदि ने बताया कि कुचिलपुरा के संधू डेरा स्थित पानी की टंकी से पीने के पानी की व्यवस्था की जाती है। पिछले 15-20 दिनों से लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। गंदा पानी पीने से क्षेत्र के लोग बीमार हो रहे हैं, लेकिन पीएचईडी अधिकारियों व कर्मचारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है।