बीकानेर, डिजिटल इनीशिएटिव फॉर क्वालिटी एजुकेशन कार्यक्रम (डीआईक्यूई) के तहत जिले के कक्षा एक से 12 तक के विद्यार्थियों ने नवंबर में स्मार्ट टेलीविजन के माध्यम से 29 हजार 610 घंटे अध्ययन किया।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि डीआईक्यूई के तहत जिले के 627 स्कूलों और मदरसों में भामाशाहों के सहयोग से स्मार्ट टीवी उपलब्ध करवाए गए हैं। इन स्मार्ट टीवी के माध्यम से पढ़ने के लिए ई-कंटेंट उपलब्ध करवाए गए हैं तथा महीने भर चलने के आधार पर इनकी मॉनिटरिंग की जाती है। समग्र शिक्षा के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार नवंबर में विद्यार्थियों ने कुल 29 हजार 610 घंटे का अध्ययन इन स्मार्ट टीवी के माध्यम से किया।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले के ऐसे सरकारी स्कूल जहां एक शिक्षक है, वहां प्राथमिकता से स्मार्ट टीवी उपलब्ध करवाए गए हैं। इनमें 600 स्कूल तथा 27 मदरसे शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार कक्षा एक के विद्यार्थियों ने 3 हजार 755 घंटे, कक्षा दो के विद्यार्थियों ने 3 हजार 685, कक्षा तीसरी के विद्यार्थियों ने 3 हजार 595, कक्षा चार के विद्यार्थियों ने 3 हजार 436, कक्षा पांच के विद्यार्थियों ने 3 हजार 433, कक्षा छह के विद्यार्थियों ने 2 हजार 590, कक्षा सात के विद्यार्थियों ने 2 हजार 509, कक्षा आठ के विद्यार्थियों ने 2 हजार 472, कक्षा नौ के विद्यार्थियों ने 1 हजार 101, कक्षा दस के विद्यार्थियों ने 1 हजार 155, कक्षा 11 के विद्यार्थियों ने 924 और कक्षा 12 के विद्यार्थियों ने 955 घंटे तक का अध्ययन इन स्मार्ट टीवी के माध्यम से किया।
*पंचायत समिति स्तर पर श्रीडूंगरगढ़ अव्वल*
पंचायत समिति स्तर पर श्रीडूंगरगढ़ के राजकीय स्कूलों में सर्वाधिक 7 हजार 34 घंटे स्मार्ट टीवी के माध्यम से अध्ययन करवाया गया। वहीं बच्चों ने खाजूवाला में 4 हजार 851, लूणकरणसर में 4 हजार 602, बज्जू में 3 हजार 963, बीकानेर में 3 हजार 729, नोखा में 1 हजार 852, श्रीकोलायत में 1 हजार 471, पूगल में 1 हजार 57 तथा पांचू में 1 हजार 51 घंटे स्मार्ट टीवी से पढ़ाई की। जिला कलक्टर ने बताया कि इस आधार पर प्रतिमाह समीक्षा की जाएगी।
*215 स्कूलों को वितरित किए हार्ड डिस्क*
जिला कलक्टर ने बताया कि डीआईक्यूई के तहत जिले के 215 उच्च प्राथमिक स्कूलों को हार्ड डिस्क भी उपलब्ध करवा दिए गए हैं। पूर्व में 99 प्राथमिक विद्यालयों को हार्ड डिस्क में ई-कंटेंट उपलब्ध करवाए गए थे। उन्होंने बताया कि अब सभी 627 स्कूलों में स्मार्ट टीवी के माध्यम से पढ़ाई होने लगी है। भामाशाहों के सहयोग से सवा करोड़ रुपये से अधिक लागत के स्मार्ट टीवी 5 अक्टूबर को आयोजित समारोह के दौरान स्कूल प्रधानों को वितरित किए गए थे। साथ ही सभी स्कूलों के डिजिटल कंटेंट भी उपलब्ध करवाए गए थे। सभी स्कूलों ने स्मार्ट क्लास रूम बनाते हुए इन कक्षों में नियमित अध्यापन प्रारम्भ कर दिया है।