बीकानेर, पुलिस जैसे संवेदनशील महकमे में जवानों में बढ़ती अनुशासनहीनता परेशानी का सबब बन रही है। जवानों को अनुशासनित करने के जिला पुलिस की ओर से ड्रील परेड व्यवस्था को सख्त किया गया है। अनुशासनहीनता बरतने वाले जवानों की एक्सट्रा ड्रील परेड करवाई जा रही है। हर दिन सुबह दो घंटे की एक्सट्रा ड्रील परेड से गैर हाजिर रहने वालों का ग्राफ कम हुआ है।
गैर हाजिरी का ग्राफ 35 से घटकर 10-15 रह गए
पुलिस लाइन में तकरीबन 600 पुलिस अधिकारी-जवान है। इनमें से 37 अधिकारी-जवान गैर हाजिर रहने से पुलिस के आला अधिकारी परेशान थे। कानून व्यवयस्था, वीआईपी ड्यूटी, लॉयन ऑर्डर, संवेदनशील ड्यूटी आदि के दौरान जवानों के गैर हाजिर रहने से मुश्किल हो रही थी। पुलिस अधीक्षक योगेश यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अमित कुमार बुड़ानिया ने एक्सट्रा ड्रील परेड कराने का निर्णय लिया है। अब गैर हाजिर रहने वालों की एक्स्ट्रा ड्रील परेड कराने से इसमें कमी आई। अब 10-15 प्रतिशत ही जवान-अधिकारी गैर हाजिर रहते है और वह भी वास्तविक कारण से गैर हाजिर रहते हैं।
कानून व्यवस्था, लॉन ऑर्डर एवं संवेदनशील ड्यूटी में जाब्ता तैनात करना होता था तो पहले दो घंटे पहले जवानों को बुलाना पड़ता था। अब ऐसा नहीं है। इसके लिए सबकी जिम्मेदारी तय कर दी गई है। 20-20 जवानों का एक दल होता है, जिसका उपनिरीक्षक स्तर का अधिकारी प्रभारी होता है। प्रभारी अधिकारी दल को तय समय पर आने के पाबंद करता है। 15 मिनट में जाब्ता निर्धारित स्थल पर पहुंचता है। तय समय से 15 मिनट तक रिपोर्टिंग प्रभारी अधिकारी को करनी होती है। तय समय से 15 मिनट के भीतर रिपोर्टिंग नहीं करने पर प्रभारी अधिकारी को जवाब-तलब किया जाता है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर आईपीएस अमित कुमार बुड़ानिया ने बताया कि एक्स्ट्रा ड्रील परेड से जवानों में अनुशासन बढ़ा है। गैर हाजिरी रहने वालाें का आंकड़ा 37 से घटकर 10-15 रह गया है। वही अब जवानों को आपातकालीन ड्यूटी हो या वीआईपी ड्यूटी के लिए दो-दो घंटे पहले बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती। प्रभारी अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। निर्धारित समय से 15 मिनट तक रिपोर्टिंग करनी होती है।
एक्सट्रा ड्रील में जवानों को परेड ग्राउंड में ड्रील-परेड कराई जाती है। ध्यान देने योग्य है कि अक्सर परेड की कार्रवाई से जवानों में अनुशासन के स्तर में सुधार होता है। परेड का उद्देश्य कमांड की पालना करना और आदेशों की पालना में अनुशासन व कदिबद्धता का सर्वोच्च नमूना देना होता है। परेड ही किसी भी वर्दीधारी की अनुशासन जीवन का सर्वोच्च परीक्षण है। यही कारण है सभी यूनिफाॅर्म सर्विस में परेड अनिवार्य भाग है।