Trending Now












बीकानेर,बीकानेर में ब्याज माफियाओं की दादागिरी से गरीब और मजबूर नागरिकों में खौफ है। हालात यह है कि आम आदमी एनआई एक्ट में फंसकर कोर्ट की तारीखें भुगतने को मजबूर हैं। ताज़ा मामला एक विधवा महिला से जुड़ा सामने आया है। हनुमानगढ़ निवासी 35 वर्षीय अंबिका सोनी ने रामपुरा बस्ती निवासी गजेन्द्र मंगलाव के खिलाफ चार सौ बीसी का मुकदमा दर्ज करवाया है। आरोप है कि गजेन्द्र द्वारा महिला को मुकदमें की धमकी देकर प्रताड़ित किया जा रहा है।

पीड़िता के अनुसार उसका विवाह देशनोक निवासी से हो रखा था। 2-3 साल पूर्व उसके पति की मृत्यु हो गई। हाल ही में उसके पास कोर्ट का वारंट आया। उसे जमानत करवानी पड़ा। वकील किया तो पता चला गजेन्द्र कुमार नाम के व्यक्ति ने चेक बाउंस का केस लगाया है। एडवोकेट अनिल सोनी के अनुसार गजेन्द्र कुमार ने एनआई के मामले में बताया है कि अंबिका व उसके पति ने उससे 2 लाख 80 हजार रूपए लिए। जिसके बदले एक चेक दिया। लेकिन अब कहानी बदल गई है। आरोप है कि गजेन्द्र ने महिला को फोन पर कहा कि वह उसके पैसे दे दे वरना वह चार सौ बीसी का मुकदमा कर देगा। उसने फोन पर बताया कि उसके पास अंबिका के दो और चेक पड़े हैं, इसके अलावा स्टांप पेपर भी पड़े हैं।पीड़िता का कहना है कि उसने कभी गजेंद्र से पैसे नहीं लिए। ना ही उसने कभी किसी चेक पर हस्ताक्षर किए। चेक उसके पति ने कैसे दिए ये उसे नहीं पता। पीड़िता का कहना है कि वह अपना व अपनी बेटियों का पेट भी बमुश्किल से पाल पा रही है। दूसरी ओर गजेन्द्र सिंह उसे ब्लैकमेल कर रहा है, जबकि उसने कभी पैसे लिए ही नहीं, ना ही चेक दिए।

बता दें कि कोर्टों में चेक बाउंस के मामलों की भरमार है। एक तहकीकात के अनुसार ब्याज माफियाओं द्वारा चेक बाउंस के अनगिनत केस कोर्टों में लगाए हुए हैं। एक ही व्यक्ति द्वारा अनेकों लोगों के खिलाफ ऐसे केस मिल जाएंगे। पुलिस व प्रशासन को चाहिए कि ऐसे मामलों की जांच कर फर्जी केस करने वालों को कानून की जद में ले। ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि ब्याज माफियाओं द्वारा ब्लैंक स्टांप लेना कानूनन कहां तक सही है। बता दें कि बीकानेर में बिना किसी वैध रजिस्ट्रेशन के ही ब्याज का बड़ा धंधा किया जा रहा है। ये ब्याज माफिया अवैध तरीके चेक,स्टांप,आभूषण व भूमि आदि गिरवीं रखते हैं। इनमें मौत का ब्याज माफिया भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि आरोपी गजेन्द्र मंगलाव के खिलाफ देशनोक थाने में धोखाधड़ी व धमकी का मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि पीड़िता पिछले दस दिनों से सदर और देशनोक थाने के बीच झूल रही थी। आज आईजी ओमप्रकाश पासवान के दखल के बाद मुकदमा दर्ज हुआ।

Author