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बीकानेर,प्रदेश में अपराध के बढ़ते ग्राफ पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार थानों मे काम का बोझ कम करने के लिए पुलिस चौकी की स्थापना कर आस पास के ग्रामीणों को राहत प्रदान की.

लेकिन हाई-वे पर स्थापित चौकी पिछले कई महीनों से बंद पड़ी. आखिर क्यों हुई पुलिस चौकियां बंद पेश हैं देखिए एक खास रिपोर्ट…

राजस्थान में लगातार बढ़ती अपराधिक घटनाओं और थानों के लंबा चौड़ा क्षेत्र को देखते हुए सरकार ने उन स्थानों पर पुलिस चौकियों की स्थापना की जों सामरिक दृष्टि से कई गांवो को पर नजर रख सके साथ ही थानों का भार कम करके कई मामलों का अपने स्तर पर निपटारा कर सके. इन चौकियों के खुलने से ग्रामीणों मे जहा राहत मिली तो वहीं अपराधियो मे भय व्याप्त था. लेकिन आज ये पुलिस चौकियां स्टाफ के आने की बाट जोह रही हैं. स्टाफ नहीं होने से लंबे समय से ये बंद पड़ी है.

हनुमानगढ़ जिले की सीमा पर बसा गांव जैतपुर की दूरी महाजन से 37 किलोमीटर है. वहीं बीकानेर जिले के जैतपुर सहित आठ गांवों की पुलिस चौकी है. वहीं, मेगा हाइ-वे से हनुमानगढ़, पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर की सीमा लगती है. पेट्रोल-डीजल, अवैध शराब सहित मादक प्रदार्थो की तस्करों का मुख्य रास्ता है. चौकी बंद होने से मादक प्रदार्थो सहित अन्य नशे के सामानों की तस्करी भी बढ़ने लगी है. तस्कर बेखोफ तस्करी कर रहे है. मेगा हाइवे होने के कारण आये दिन दुर्घटना होती रहती है. इन चार माह में करीबन दस हादसे हो गए. हादसों में एक महिला सहित तीन लोग हादसे के शिकार हों गए. महाजन पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ता है.

हम बात कर रहे बीकानेर जिले के महाजन थाना क्षेत्र की जेतपुर पुलिस चौकी की जो नफरी नहीं होने के कारण लंबे से बंद पड़ी है. पुलिस थाना क्षेत्र महाजन के अंतर्गत स्थित जैतपुर ग्राम में वर्षों पुरानी पुलिस चौकी स्थित है. अर्जुनसर पल्लु मेगा हाइ-वे पर स्थित पुलिस चौकी वर्तमान में 6 माह से नफरी नहीं होने से बंद है. वहीं ग्रामीणों को छोटे-मोटे काम के लिए महाजन आना पड़ता है. जिससे आमजन परेशान है. पुलिस चौकी बंद रहने से ग्रामीणों में भय व्याप्त रहता है. चोर लुटेरे आसपास के ग्रामीण रूटों व गांव में सक्रिय रहते हैं. रात आठ बजे के सड़कें तो दूर गांव की गलियां भी सूनी हो जाती हैं. चौकी क्षेत्र के गांव में भय का वातावरण बना हुआ है.

लूणकरणसर पुलिस वृत अधिकारी नोपाराम भाखर इस बारे कहते है की वर्तमान में महाजन थाने में जितना स्वीकृत स्टाफ है उससे कम का स्टाफ है. वहीं चौकी के लिए अलग से स्टाफ के नियुक्ति के आदेश नहीं है. लेकिन एसपी योगेश यादव से इस विषय में वार्ता हुई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही स्टाफ उपलब्ध करवाया जाएगा.

ग्रामीण हरिराम शर्मा बताते है की जैतपुर पुलिस चौकी पिछले 6 माह से बंद पड़ी है हाई-वे पर स्थित होने के कारण हादसों के लिए महाजन थाने का इंतजार करना पड़ता है वही छोटे-मोटे मामलों को लेकर भी ग्रामीणों को लंबी दूरी तय कर महाजन आना पड़ता है इसको लेकर उच्च अधिकारियों व सीएलजी बैठक में इसको खोलने की मांग की गई है हालांकि उच्च अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि जल्द इस को सुचारू रूप से चालू किया जाएगा.

नफरी की कमी का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है. चौकियों में एक इंचार्ज सहित चार कांस्टेबलों की नियुक्ति है.नियुक्ति होने के बावजूद वहां ताला लगा रहता है. जिसके कारण आमजन को 37 किमी दूर महाजन आना पड़ता है. वहीं सीमा क्षेत्र होने के कारण अपराधिक घटनाओं पर अंकुश कम हो गया. जरूरत है जल्द से जल्द ऐसी पुलिस चौकियों को शुरू करने की जिससे अपराधियो मे भय ओर आमजन मे विश्वास पैदा हो.

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