बीकानेर, कई बार स्मार्टफोन हैक हो जाने का पता तुरंत नहीं लगता है.लेकिन अगर फोन में कुछ खास संकेत दिखे तो इनसे पता लगाया जा सकता है कि फोन हैक हुआ है या नहीं.
Smartphone Hacking: आज के डिजिटल युग में हैकर्स भी बहुत सक्रिय हो गए हैं. कभी सिर्फ मशहूर लोगों को निशाना बनाने वाले हैकर्स अब आम लोगों को भी निशाना बना रहे हैं. सबसे जरूरी है कि आप अपने स्मार्टफोन की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें.
हालांकि कई बार स्मार्टफोन हैक हो जाने का पता तुरंत नहीं लगता है. हम आपको ऐसे कुछ संकेतों के बारे में बताने जा रह हैं जिनसे आप यह पता लगा सकते हैं कि आपका फोन हैक हुआ है या नहीं.हालांकि ये फुलप्रूफ तरीके नहीं हैं, और जब कि आपको फोन का हैक होने का शक हो तो आप निश्चित रूप से अपने डिवाइस को किसी विशेषज्ञ के पास ले जाएं.
बैटरी लाइफ में अचानक गिरावट दिखे
फोन की बैटरी की क्षमता समय के साथ धीरे-धीरे कम होती जाती है.
फोन की बैटरी लाइफ में अगर अचानक गिरावट दिखे यह एक संकेत हो सकता है कि आपका फोन हैक हो गया है.
हो सकता है कि मैलवेयर बैकग्राउंड में चल रहा है जिससे बैटरी तेजी से खत्म हो रही है.
एप्स अगर ठीक से काम न करे
व्हाट्सएप या इंस्टाग्राम जैसे मशहूर एप अगर अचानक से हैंग या फ्रीज करना शुरू कर दें या बिना अनइंस्टॉल किए आपके फोन से गायब हो जाएं तो यह भी इस बात का संकेत हैं कि मैलवेयर सॉफ़्टवेयर के कारण डिवाइस की स्टोरेज खत्म हो रही है.
स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस
अगर आप वेबपेज ठीक से लोड नहीं कर पा रहे या फोन को तेजी से चलाने के लिए आपको फिर से चालू करना पड़ रहा है तो इन परेशानियों का कारण डिवाइस में चल रहा मैलवेयर सॉफ़्टवेयर हो सकता है.
यह आपके सिस्टम के रिसोर्स का इस्तेमाल करके बैकग्राउंड में खामोशी से काम करने वाला एक क्रिप्टोक्यूरेंसी माइनर भी हो सकता है.
पॉपअप और एडवर्टाइजमेंट
गूगल,ट्विटर या फेसबुक जैसी वेबसाइटों पर सर्च करते समय अगर संदिग्ध पॉपअप दिखें तो यह भी फोन हैक होने का एक संकेत हो सकता है.
इन साइटों में आमतौर पर मैलवेयर पॉपअप नहीं होते हैं जो आपको एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर या अन्य टूल्स इंस्टॉल करने के लिए कहते हैं.
इसलिए अगर आप वेब ब्राउज़ करते समय या अपने फ़ोन का इस्तेमाल करते हुए इन विज्ञापनों को देख रहे हैं, तो आपका फोन Adware से संक्रमित हो सकता हैं.