बीकानेर छः न्याति ब्राह्मण ब्राह्मण महासभा बीकानेर पूर्व विधानसभा कांग्रेस अध्यक्ष व मुख्यमंत्री को पत्र देकर कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र देकर छः न्याति समाज के कोंग्रेस का उम्मीदवार बनाने की मांग की है महासभा के अध्यक्ष भंवर लाल व्यास महामंत्री पल्लवी शर्मा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पूर्व विधानसभा क्षेत्र में 50हजार से अधिक मतदाता हे ब्राह्मण का बाहुल्य है व्यास ने बताया कि
वर्ष 2008 में विधान सभाओं के पुनर्गठन में बीकानेर की पूर्वी सीट वर्ष 2008 से पहले श्री कोलायत विधान सभा का हिस्सा थी । वर्ष 2008 में बीकानेर की पूर्वी विधान-सभा का गठन हुआ । वर्ष 2008 से लगातार आज तक . बीजेपी के प्रत्याक्षी विजयी होते रहे है। वर्ष 2008 में कांग्रेस पार्टी ने डा० तनवीर मालावात को काग्रेस प्रत्याक्षी घोषित किया था जो 37,653 वोटों से हारे थे, वर्ष 2013 में काग्रेस प्रत्याक्षी श्री गोपाल गहलोत 31,677 वोटों से हारे थे तथा वर्ष 2018 में काग्रेस प्रत्याक्षी श्री कन्हैया लाल झंवर 7,061 वोटों से हारे थे ।
वर्ष 2013 में श्री भवानी शंकर शर्मा ने बीकानेर महानगर निगम का चुनाव बीजेपी के श्री गोपाल गहलोत को काफी अन्तराल मतों से हराया था, उस समय श्री गोपाल गहलोत बीजेपी पार्टी में थे । श्री भवानी शंकर जी ने बीकानेर की पूर्व व पश्चिम दोनो सीटों से काग्रेस पार्टी को बढत दिलवाकर विजयी हुये थे । इस प्रकार बीकानेर पूर्व की सीट ब्राह्मण बाहुल्य सीट है । इस क्षेत्र में लगभग 50,000 छःन्याति ब्राह्मण मतदाता हैं तथा बीकानेर जिले की सभी विधान सभा क्षेत्रों में छःन्याति ब्राह्मणों का बाहुल्य है जो हार-जीत का फैसला करते हैं । बीकानेर पूर्व विधान-सभा क्षेत्र से किसी भी छः न्याति ब्राह्मण की ओर से बाबू जय शंकर जोशी,सुनीता गौड, पंचायत समिति प्रधान लाल चंद आसोपा,पिंकी कोशिक की प्रत्याशी बनाया जाता है तो 90 प्रतिशत ब्राह्मण मतदाता कांग्रेस पार्टी के साथ होंगे जबकि ये मतदाता अधिकाशंतः बीजेपी पार्टी से जुड़ाव रखते है बीकानेर पूर्व विधान सभा क्षेत्र से यदि कांग्रेस पार्टी किसी भी छः न्याति “ब्राह्मण को प्रत्याक्षी घोषित किये जाने पर ये सभी ब्राह्मण मतदाता कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष श्री छ न्याति ब्राह्मण साथ आने से बीकानेर जिले की अन्य सीटों पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा ।
श्री डूंगरगढ विधान-सभा क्षेत्र से श्री ताराचन्द सारस्वत को बीजेपी ने प्रत्याक्षी घोषित किया है जिससे बीकानेर के छः न्याति ब्राह्मणों का बीजेपी पार्टी की ओर झुकाव हुआ है, जिसे रोकने के लिये आवश्यक है कि बीकानेर पूर्व विधान सभा से छः न्याति ब्राह्मण को प्रत्याक्षी बनाने से कांग्रेस पार्टी के साथ लगाव ‘होगा, अन्यथा बीजेपी पार्टी वालों को कहने का मोका मिलेगा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की निति अपनातीं है । बीकानेर लोक-सभा क्षेत्र में लगभग 3 लाख ब्राह्मण मतदाता हैं. इन मतदाताओं का असर भी हार-जीत पर पड़ता है । बीकानेर पूर्व से कांग्रेस प्रत्याक्षी होने पर इन मतदाताओं का असर लोक सभा चुनाव में भी पड़ेगा ।
छःन्याति ब्राह्मणों को महत्व नही दिया तो कांग्रेस पार्टी के जीत की संम्भावनायें कम हो जायेगी और ये सारे मतदाता बीजेपी पार्टी की ओर मुड़ने को मजबूर होंगे । जब जाट समाज के प्रत्यासियों को 3 सीटे दी जा सकती है तो दुसरी पूर्वी सीट छःन्याति ब्राह्मण को क्यों नहीं ।
कांग्रेस की ओर से छः न्याति ब्राह्मण को प्रत्याक्षी बनाकर ब्राह्मणों के वोट कांग्रेस पार्टी की ओर करें । समाज का प्रत्याक्षी पुर्व सीट पर जीत हासिल करेगा क्यों कि सभी समाज के लोग ब्राह्मणों के साथ जुड़ने में संकोच नही होगा। पत्रकार वार्ता में जय दयाल पंचारिया, श्रीधर शर्मा,गोपी किशन ओझा,अरुण कुमार पांडे,जगदीश प्रसाद गौड मौजूद रहे