बीकानेर,कांग्रेस में सब अंडर कन्ट्रोल है। किसी भी प्रकार की कोई नाराजगी नहीं है। घर -परिवार में बैठकर हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का अधिकार है।
यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्दसिंह डोटासरा ने कही। वे शनिवार को उदयपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा में यदि दम है तो किसी को समर्थन देने के बजाय हर सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा करे। डोटासरा चार विधायकों को लेकर विशेष विमान से उदयपुर पहुंचे थे। उन्हाेंने दावा किया वर्ष 2023 में कांग्रेस सरकार आएगी और 2024 में मोदी सरकार का सूपड़ा साफ होगा। उन्होंने आरएएस के मोहन भागवत का उदाहरण देते हुए कहा कि देश में महंगाई व बेरोजगारी है। सरकार को महंगाई पर काबू पाकर युवाओं को नौकरी देनी चाहिए।सीएम हर व्यक्ति की बात सुनकर समाधान कर रहे हैं
डोटासरा ने कहा कि हर व्यक्ति चाहता है कि उसका काम प्राथमिकता से हो जाए, जिनके काम नहीं हुए है करेंगे, हमसे कोई नाराज नहीं है।उन्होंने चुटकी ली कि होली, दीपावली त्योहार हो तो नई ड्रेस पहनी जाती है, थोडी सी बात यदि किसी के मन में है तो मौके पर उसे कहना गलत नहीं है। सीएम सभी का कार्य कर रहे हैं। बसपा विधायकों को लेकर किए सवाल पर कहा कि अब वे बसपा में नहीं, कांग्रेस के सदस्य है, उनकी हर बात सरकार के स्तर पर सीएम हल करेंगे। उन्होंने दावा किया कि इस बार राज्यसभा में हमारे तीनों प्रत्याशी जीतेंगे।
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर कहा कि कई कार्य होने की वजह से वे नहीं आ पाए हैं, कल आएंगे। साथ् ही सचिन पायलट के दिल्ली लौटने पर कहा कि घर गए हैं, जल्द आ जाएंगे।भाजपा को लिया आडे़् हाथों
डोटासरा ने भाजपा को आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि सतीश पूनिया, मोदी व अमित शाह ने जगह छोडी है। भाजपा के दस विधायकों ने निर्दलीय आवेदन करवाया है, वह खुद मैदान में नहीं आए। भाजपा में यदि दम होता तो चन्द्रा को अपने सिंबोल पर आवेदन करवाते। उन्होंने कहा कि हम उदयपुर में पहले नव संकल्प शिविर के लिए आए थे, अब चुनाव प्रशिक्षण के लिए। डोटासरा बोले कि जैसे राज्यपाल आबू जाते रहते हैं, वैसे ही सरकार को यहां आना चाहिए इससे विकास होगा। वे बोले कि उन्हें 126 विधायकों का समर्थन है। भाजपा के साथ एक भी निर्दलीय नहीं है। भाजपा हमेशा लोकतंत्र का गला घाेंटती रहती है, उसका मूल एजेंडा अब हॉर्स ट्रेडिंग रह गया है, बहुमत नहीं होने के बाद भी दूसरा उम्मीदवार उतारने का क्या मतलब। भाजपा के पास समय है कि वह जनता से सार्वजनिक रूप से भूल होने की बात स्वीकारे, इससे लोकतंत्र की साख बची रहेगी।डोटासरा के साथ कांग्रेस विधायक रीटा चौधरी, लालचंद कटारिया, रामकेश मीणा, राजेन्द्र यादव भी उदयपुर पहुंचे।