बीकानेर.नगर निगम का दमकल बेड़ा बदहाल है। बेडे में शामिल वर्षों पुराने वाहन अब हांफ रहे हैं। आए दिन मरम्मत मांगते हैं। निगम हर साल इन पुराने वाहनों की मरम्मत पर लाखों रुपए खर्च कर रहा है। अग्निशमन दल के लिए न निगम अपने स्तर पर नए वाहनों की खरीद कर रहा है और न ही डीएलबी से नए वाहन मिल रहे हैं। हालांकि, काफी समय से नए वाहन मिलने की बात कही जा रही है। निगम के फायर बेडे में शामिल नौ गाड़ियों में से एक गाड़ी को नकारा घोषित किया जा चुका है, जबकि शेष आठ वाहनों में सात वाहन 10 से 20 साल पुराने हैं।
भरोसे के लायक नहीं
अग्निशमन दल में शामिल कार्मिकों को भी अपने बेडे में शामिल वाहनों पर पूरा भरोसा नहीं है। कार्मिकों के अनुसार वाहन अधिक पुराने होने के कारण कभी भी और कही पर भी खड़े हो सकते हैं। कुछ वाहनों के वाटर टैंक पानी के कारण जंग लग कर गल गए हैं।
मरम्मत पर हर साल 8 से 11 लाख तक का खर्च
वाहन अधिक पुराने होने के कारण हर साल निगम इनकी मरम्मत पर लाखों रुपए खर्च कर रहा है। बताया जा रहा है कि हर साल औसतन 8 से 11 लाख रुपए वाहनों की मरम्मत के नाम पर खर्च हो रहे हैं।
इतने पुराने वाहन
निगम के अग्निशमन दल में एक वाहन 20 साल पुराना है, जबकि तीन वाहन 18 साल और 1 वाहन 17 साल पुराना है। दो वाहन 11 साल पुराने हैं। केवल एक वाहन जो महज 500 लीटर क्षमता का है, छह साल पुराना है।
हर साल कमा रहे पर खर्च नहीं कर रहे
निगम हर साल फायर सेस और फायर एनओसी के माध्यम से लाखों रुपए का राजस्व प्राप्त कर रहा है। फिर भी फायर बेड़े के लिए नए वाहनों की खरीद में उदासीनता बरती जा रही है। आग बुझाने के दौरान काम आने वाले सुरक्षा उपकरणों की खरीद की ओर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे आग बुझाने वाले कार्मिकों का जीवन भी संकट में रहता है।
बजट घोषणा के वाहन अब तक नहीं मिले
असंवेदनशीलता निगम स्तर पर ही नहीं, डीएलबी स्तर पर भी चल रही है। मुख्यमंत्री ने वित्तीय वर्ष 2020-21 की बजट घोषणा में प्रदेश की विभिन्न निकायों को दमकल वाहन देने की घोषणा की थी। इसमें बीकानेर को चार वाहन मिलने हैं। दो साल बाद भी अब तक ये वाहन निगम को नहीं मिल पाए हैं। जिले में हर साल आग की 250-300 घटनाएं होती हैं, जिनमें निगम दमकल वाहनों का उपयोग होता है।अवधि पार हो चुके हैं वाहन
राज्य सरकार ने सरकारी वाहनों के उपयोग के लिए न्यूनतम उपयोगिता अवधि निर्धारित कर रखी है। मध्यम और बड़े मोटर वाहनों के लिए न्यूनतम उपयोगिता अवधि दस साल रखी हुई है। निगम दमकल बेडे में पांच वाहन ऐसे हैं, जो 15 से 20 साल पुराने हैं, जबकि दो वाहन 11 साल पुराने हैं। ये सभी सात वाहन न्यूनतम उपयोगिता अवधि को पार कर चुके हैं। इन्हें नाकारा घोषित किया जाना है, फिर भी आग बुझाने में उपयोग लिए जा रहे हैं। आठ में से केवल एक वाहन ही वर्ष 2016 मॉडल का है।