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चूरू,चूरू में स्थाई होने की उम्मीद लगाए बैठे होमगार्ड के सैकड़ों जवानों को कई माह से वेतन नहीं मिला है। यहां यह बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि कोरोना प्रथम चरण में अपनी जान की परवाह किए बिना पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर रात दिन ड्यूटी करने वाले इन जवानों को उसका आज तक भुगतान नहीं मिला है।चूरू में होमगार्ड के जवानों को नौ माह बाद भी रात्रि गस्त करने का वेतन नहीं मिला है। यहां पीड़ित जवानों ने बताया कि नवंबर और दिसंबर 2021 में कोतवाली थाना क्षेत्र चूरू में रात्रि को गस्त की थी। इन दो माह के वेतन का भुगतान आज तक नहीं हुआ है। यहां होमगार्ड के जवानों को लम्बे समय बाद भी रात्रि गस्त करने का वेतन नहीं मिलने से बहुत परेशानी हो रही है। जवानों ने कहा कि दो माह तक ड्यूटी के दौरान रातें काली की हैं। इसी प्रकार कोरोना चरण के रुपए नहीं मिलना उनके साथ सरासर अन्याय है। पुलिस के जवानों के साथ पूरी निष्ठा से ड्यूटी करने के बाद भी समय पर भुगतान नहीं होना दुर्भाग्य की बात है। संबंधित अधिकारियों को इस तरफ तुरंत ध्यान देकर होमगार्ड के जवानों को भुगतान करना चाहिए। यहां जवानों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि पूरी ड्यूटी के बाद भी भुगतान नहीं मिलना उनके साथ अन्याय है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने होमगार्ड के जवानों को नियमित करने की बात कही थी सरकार बन जाने के बाद वह वादा भी पूरा नहीं हुआ, अब सरकार जाने को है, पता नहीं जाते जाते कर जाए। यहां होमगार्ड के जवान इसी उम्मीद के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। पैसे नहीं मिल रहे, घर वाले परेशान हैं। दुकानदार ताने देता है, उसने उधार देना भी बंद कर दिया है। ड्यूटी करने के लिए आने जाने के लिए किराए भाड़े की भी समस्या है। इतना सब होने के बाद भी होमगार्ड के जवान नियमित रूप से अपनी ड्यूटी देते हैं। देखो मजे की बात अन्य विभागों में भी होमगार्ड के जवानों को भेजा जाता है। वहां चपरासी का काम करवाया जाता है। महीने में 1 दिन भी लेट हुए तो पैसे कट जाते हैं। जवानों ने कहा कि अन्य संबंधित अधिकारी हैं, वे हर महीने अपनी मोटी तनख्वाह ले लेते हैं। इन गरीब होमगार्ड के जवानों को उनकी पसीने की कमाई भी नहीं मिलती है। सरकार भी आवश्यकता पड़ने पर होमगार्ड के जवानों को उपयोग में लेती है और फिर दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल कर बाहर फेंक देती है। उनको उनकी ड्यूटी का पैसा मिला या नहीं मिला, किसी को कोई मतलब नहीं है। उधर ददरेवा मेले में ड्यूटी दे रहे होमगार्ड के जवानों को एडवांस राशि नहीं मिलने के कारण अनजान जगह पर बड़ी दिक्कत हो रही है। बार-बार अवगत करवा देने के बाद भी जवानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। संबंधित अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। उन्हें नींद से जाग कर जवानों की समस्याओं की ओर ध्यान देना चाहिए।

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