बीकानेर। सिंथेसिस इंस्टीट्यूट द्वारा संस्थान के होनहार छात्र-छात्राओं हेतु जिनका प्री-मेडिकल नीट प्रवेश परीक्षा, जेईई और अन्य प्रवेश परीक्षाओं में चयनित हुए थे उनके लिए ज्ञानोत्सव के नाम से पारितोषिक वितरण, सम्मान समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम रवीन्द्र रंगमंच, बीकानेर में कल आयोजित हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ सिंथेसिस संरक्षक रेंवतमल बजाज, श्याम सुन्दर सुथार और प्रशांत गोस्वामी द्वारा माँ सरस्वती और गणेश भगवान को दीप प्रज्वलित कर एवं गणेश वंदना से शुरू किया गया।
सिंथेसिस संस्थान के अकादमिक निदेशक डॉ. श्वेत गोस्वामी ने अतिथियों, चयनित विद्यार्थीयों, अभिभावकगणों व सभी आगन्तुकों का स्वागत किया। साथ ही साथ संस्थान की विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के बारे में, निःशुल्क कोचिंग प्रज्ञानम् और अन्य सामाजिक सरोकार की गतिविधियों की संक्षिप्त जानकारी दी। सभी चयनित विद्यार्थियों को आशीर्वाद दिया कि वे सभी ऐसे ही लगन से मेहनत करते रहें और अपने परिवार के साथ-साथ देश का नाम रोशन करते रहें। अंत में गोस्वामी ने अपने उद्बोधन में सिंथेसिस की विशिष्ट कार्यपद्धति का संक्षिप्त वर्णन कर अपनी मेटंर्स टीम, मैनेजमैंट टीम और ग्राउण्ड स्टाफ के योगदान का उल्लेख किया।
इस समारोह के मुख्य वक्ता संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन थे। विशिष्ट अतिथि मेयर सुशीला कँवर राजपुरोहित, पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मोहम्मद सलीम एवं डूँगर कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. के.डी. शर्मा सर थे। सम्मानीय अतिथिगण के तौर पर लक्ष्मण राघव, सीनियर आयकर अधिकारी प्रमोद देवडा, पार्षद आनंद सिंह सोढ़ा, पार्षद सुभाष स्वामी, समाजसेवी सत्येन्द्र बिश्नोई और नरेन्द्र सुथार आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने चयनित विद्यार्थियों की सराहना की और कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों की ज्ञानोत्सव में कहानियां सुनकर खुद प्रोत्साहित हुए और यह भी बताया कि बीकानेर भी अब कोटा की तरह एक एजुकेशन हब बनता जा रहा है। इसी प्रकार मेयर सुशीला कँवर ने अपने उद्बोधन में सभी सफल विद्यार्थियों को आशीर्वाद दिया साथ ही साथ नारी सशक्तिकरण एवं स्वच्छता सम्बंधी सीख भी दी और नगर निगम द्वारा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड के टॉपर विद्यार्थीयों को नगद पुरस्कार की योजना के बारें में बताया। इसी कडी़ में डॉ. मोहम्मद सलीम ने बातया की जिस प्रकार सिथेंसिस संस्थान लगातार बेहतरीन परिणाम देता जा रहा है वह खुद इस बात के साक्षी रहे है और उन्होंने भावी डॉक्टर्स को आगे सेवा करने व मेहनत करते रहने के लिए मोटीवेट किया। पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर ने सभी भावी डॉक्टर्स को उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया।
सिंथेसिस के प्रशासनिक निदेशक जेठमल सुथार ने 5 फेज में विद्यार्थियों को पुरूस्कार देते समय भावी डॉक्टर्स के माता-पिता व सभी चयनित विद्यार्थी की संक्षिप्त जानकारी सभी आगन्तुकों से साझा की और बताया कि जैसे ये सभी विद्यार्थी मेहनत और लगन से चयनित हुए है तो वर्तमान सभी सिथेंसियन्स भी इन सीनीयर्स की भांति सफलता की राह पर चल सकते हों।
आयोजन में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए जिसमें सिंथेसिस व प्रज्ञानम् की छात्राओं द्वारा राजस्थानी गीत पर नृत्य की प्रस्तुति दी गई। भावी डॉक्टर रितु कुलरिया द्वारा गायन की प्रस्तुति दी गई। सिंथेसिस संस्थान के वर्तमान अध्यन कर रहें छात्र-छात्राओं द्वारा भी नृत्य प्रस्तुति दी गई। प्रीफाऊन्डेशन डिवीजन से छात्राओं ने ओम शांति ओम के गाने पर मेंटर्स टीम के साथ उत्साहवर्धन प्रस्तुति दी। वहीं संस्थान के कुछ मेर्न्ट्स द्वारा भी कार्यक्रम में विभिन्न प्रस्तुति दी गई। वंशिका अग्रवाल द्वारा छोटी कहानी प्रस्तुत की गई और अंत में भावी डॉक्टर अभीजीत सिंह सांखला द्वारा मैजिक शो भी पेश किया गया।
ज्ञानोत्सव में पूरे भारत में टोप रैंकस् लाने वाले 5 सिंथेसियन्स, सुजानदेसर की मोनिका गहलोत, रिद्धि भार्गव, पोकरण के पुष्पेन्द्र सिंह, नोहर की रिया चौधरी एवं बीकानेर की गुंजन पवार को विशेष अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
सिंथेसिस के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार बजाज वोट ऑफ थैंक्स द्वारा सभी सम्मानित विद्यार्थियों,उनके पेरेंट्स और सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही बजाज ने विद्यार्थियों को जीवन में सफल व एक पेशेवर व्यक्तित्व को धारण करने को और सफलता की राह मे आने वाली हर कठिनाईयों को पार कर आगे बढ़ते रहने को कहा। अंत में सिंथेसिस निदेशकों द्वारा ज्ञानोत्सव के सूत्रधार ज्योति प्रकाश रंगा को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।