









बीकानेर,मीणा समाज अधिकारी कर्मचारी संयुक्त महासंघ,समस्त विभाग,बीकानेर द्वारा संयोजक मोहर सिंह सलावद की अध्यक्षता में मुख्य डाकघर के पास जनजातीय नायकों के पराक्रम,दूरदर्शिता और योगदान को भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा के तहत आदिवासियों के भगवान एवं धरती आबा के नाम से प्रसिद्ध बिरसा मुंडा की फोटो पर माला एवं पुष्प अर्पित करके एक शैक्षिक संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए महासभा के संयोजक मोहर सिंह सलावद ने कहा कि पूरे देश में 1 से 15 नवम्बर तक बड़े उत्साह से चलने वाला यह उत्सव भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में वर्ष भर चलने वाले जनजातीय गौरव वर्ष का हिस्सा है । बिरसा मुंडा के जीवन,उनके संघर्षों और समाज सुधार के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि बिरसा मुंडा केवल एक स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं बल्कि समाज सुधारक और आदिवासी गौरव के प्रत्येक थे। उनका जीवन हमारे लिए एक प्रेरणादायक है। कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने सत्य, साहस और न्याय का मार्ग नहीं छोड़ा। जिला महामंत्री मनीष काचरिया एवं जिला महासचिव बीरबल सिंह मीना ने कहा कि बिरसा मुंडा की 150वी जयंती को “जनजातीय गौरव दिवस” के रूप मे सम्पूर्ण देश मे मनाया जा रहा है। जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष भीम सिंह मीना एवं मीडिया प्रभारी मानराज भील ने कहा कि बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को उलिहातु,राँची जिला, बंगाल प्रेसिडेंसी (अब खूंटी जिला, झारखंड) एक गरीब परिवार में हुआ व मृत्यु 9 जून 1900 को हुई। हम सभी इनके योगदान को हमेशा याद रखेंगे। इस दौरान शैक्षिक संगोष्ठी में महासभा के संयोजक मोहर सिंह सलावद,जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल सारसोप,जिला महामंत्री मनीष काचरिया,जिला मीडिया प्रभारी मानराज भील,एसबीआई आरसीपी कॉलोनी के सहायक प्रबंधक अनिल कुमार मीना,जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष भीम सिंह मीना,जिला महासचिव बीरबल सिंह मीणा,जिला मंत्री ताराचंद मीना आदि उपस्थित रहें।
