बीकानेर,मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शुक्रवार और पुलिस के साथ शनिवार को हुई मैराथन बैठकों में साफ संदेश दे दिया है कि प्रशासनिक मशीनरी की ढिलाई अब नहीं चलेगी। बड़े से बड़े अधिकारी से लेकर छोटे से छोटे कर्मचारी को अपनी ड्यूटी गंभीरता से करनी होगी। सरकार इनका लेखा-जोखा रखेगी और किसी भी स्तर पर सरकारी आदेशों की अवहेलना बर्दाश्त नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पेयजल और बिजली आपूर्ति, चिकित्सा सेवा के साथ कानून व्यवस्था संधारण और आमजन से जुड़ा प्रत्येक मुद्दा सरकार के लिए गंभीर है। इसके लिए प्रत्येक अधिकारी को पूरी मुस्तैदी से काम करना होगा। शुक्रवार की वीसी में बीकानेर के सीएमएचओ और श्रीडूंगरगढ़ के बीसीएमएचओ को एपीओ करते हुए सख्त संदेश दिया कि इस सरकार की तासीर कुछ और ही है। वैसे मुख्यमंत्री ने हीट वेव प्रबंधन, पेयजल सप्लाई और विद्युत आपूर्ति की रेगुलर मॉनिटरिंग की। रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की संभावनाओं के मद्देनजर अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी और वीसी में इन आदेशों के अवहेलना की जानकारी मिली तो सीएमएचओ की छुट्टी के ना सिर्फ निर्देश दिए बल्कि आदेशों की अनुपालना भी हाथोहाथ हो गई। यह मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश था कि सरकार की कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है। वैसे, चुनावी व्यस्तताओं के बावजूद मुख्यमंत्री प्रदेश से जुड़े मुद्दों पर सक्रिय रहे। जिलों की मशीनरी को अलर्ट मोड पर रखा। प्रभारी सचिवों को ग्राउंड जीरो के फीडबैक के लिए भेजा और फिर महामंथन में एक-एक जिले के छोटे से छोटे मुद्दे का रिव्यू किया। वहीं दूसरे दिन पुलिस मशीनरी को हिदायत दी गई कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों से सख्ती से पेश आएं। प्रदेश का अमन-चैन बना रहे, इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें। निःसंदेह मुख्यमंत्री स्तर पर हो रहे यह रिव्यू प्रदेश की सरकारी व्यवस्था को नई दिशा में ले जाएगी, इसमें कोई शक नहीं है।
(एमएनएस#1)