बीकानेर। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र का असर राजस्थान में आगामी 24 घंटों में दिखाई देगा। इस सिस्टम के असर से प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने सात सितंबर को पांच जिलों, 8 सितंबर को 9 जिलों और 9 सितंबर को पांच जिलों में भारी बरसात का यलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही कई जिलों में बिजली चमकने और मेघगर्जन की संभावना भी जताई है।
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक परिसंचरण तंत्र बन गया है। इसके प्रभाव से आगामी 24 घंटों के दौरान एक कम दबाव का सिस्टम बनेगा। इसके असर से पूर्वी राजस्थान में आगामी दिनों में मानसून सक्रिय होगा। उदयपुर और कोटा संभाग के जिलों में 8 सितंबर से कहीं कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं राजधानी जयपुर में रविवार दोपहर को बरसात हुई और सड़कों पर पानी बहने लगा और जगह जगह पानी भर गया। बरसात से तेज गर्मी से लोगों को राहत महसूस हुई। इसी तरह अन्य जगहों पर भी बारिश हुई।
यहां हुई पिछले 24 घंटे में बारिश जल संसाधन विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में दौसा जिले के महवा में सर्वाधिक 60 मिलीमीटर बारिश हुई। इसी तरह अलवर एवं सीकर के फतेहपुर में 40-40, अलवर के बहादुरपुर में 30, सीकर के नीमकाथाना, दांतारामगढ एवं जयपुर के फागी में 20-20, दौसा के सिकराय, टोंक के निवाई, अलवर के नीमराना, झुंझुनूं के चिड़ावा, करौली के टोटाभीम, अलवर के बानसूर एवं जयपुर के बस्सी में 10-10 मिलीमीटर बरसात हुई।
भारी बरसात का यलो अलर्ट 7 सितंबर को राजसमंद, भीलवाड़ा, उदयपुर, डूंगरपुर, सिरोही जिलों में कहीं-कहीं पर मेघगर्जन/आकाशीय बिजली चमकने के साथ भारी बारिश की संभावना है।
8 सितंबर को उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही, झालावाड़ जिलों में कहीं-कहीं पर मेघगर्जन/आकाशीय बिजली चमकने के साथ भारी बारिश की संभावना है।
9 सितंबर को बारां, झालावाड़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं पर मेघगर्जन/आकाशीय बिजली चमकने के साथ भारी बारिश की संभावना है।