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बीकानेर ,सड़क के लेवल से मकान के नीचे होने से पानी निकासी की समस्या के समाधान के लिए सर्वोदय बस्ती के एक व्यक्ति ने मकान को जैक तकनीक से ऊंचा उठाने का निर्णय किया। इसके लिए मकान मालिक ओम प्रकाश ने हरियाणा के कारीगरों की टीम से सम्पर्क साधा।

मकान का तोड़कर पुनः बनाने पर बड़ा खर्च होता। ऐसे में जैक तकनीक से ऊंचा उठाने में बहुत कम खर्च में ओम प्रकाश की परेशानी दूर हो जाएगी।

ओमप्रकाश ने बताया कि आठ दिनों में कारीगरों ने जैक की मदद से करीब दो फीट ऊंचा उठा दिया है। इसे कुल चार फीट ऊंचा उठाया जाना है। कारीगरों के मुताबिक दस दिन में मकान को चार फीट उठाने का कार्य पूरा हो जाएगा। नींव को मजबूत करने के लिए सरिए और ग्रिट सीमेंट का बीम डालकर चिनाई की गई है।

खास बात यह है कि पूरे मकान में कही हल्की सी दरार तक नहीं आने दी गई है।

दीवारें, कक्ष यथावत

करीब बारह साल पुराना यह मकान दो मंजिला है। तीन कमरे भूतल पर और दो कमरे प्रथम तल पर बने हुए है। रसोई, शौचालय, स्नानघर आदि भी बने हुए है। इन सभी को बिना हटाए व बिना तोड़े मकान को ऊपर उठाया जा रहा है। टिंकू रोहिला के अनुसार मकान को ऊपर उठाने के साथ उनको बिना नुकसान पहुंचाए आगे पीछे भी शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि यह कार्य पूरा होने के बाद पूरे मकान का फर्श फिर से बनाया जाएगा।

हो रहा समस्या का समाधान

मकान मालिक ओम प्रकाश ज्याणी का कहना है कि अगर मकान को ऊपर उठाने के. लिए पूरा डिस्मेंटल कर दोबारा बनाया जाता. तो यह काफी महंगा साबित होता। नए मकान की लागत के करीब बीस प्रतिशत राशि खर्च करने पर यह काम हो रहा है। फर्म की ओर से बीस दिन में फर्श और फिनिशिंग सहित पूरा कार्य कर लिया जाएगा।

100 जैक और 10 कारीगरों की टीम

कारीगार टिंकू रोहिला के अनुसार मकान को 100 हाइड्रोलिक जैक की मदद से ऊपर उठाया जा रहा है। इस कार्य को पूरा करने में 10 अनुभवी कारीगरों की टीम जुटी हुई है। हर 48 घंटे में

जैक की चुड़िया घूमाकर करीब एक फीट मकान को उपर उठाया जा रहा है। 45 गुणा 48 फीट के इस मकान को ऊपर उठाने में 350 फीट लोहे की चैनल, लकड़ी के फट्टों का उपयोग किया जा रहा है।

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