बीकानेर,विश्व पशु चिकित्सा दिवस के मौके भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के मानद प्रतिनिधि श्रेयांस बैद को जानकारी मिलने पर बैद ने भारत सरकार के एनिमल वेलफेयर बोर्ड अध्यक्ष व मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि राजस्थान के डूंगरपुर जिले के धम्बोला वन विभाग की नर्सरी में हथिनी रूपा को पिछले 18 नवंबर 2021 को वन विभाग द्वारा तस्करों से छुड़ाया गया था तब से एक ही जंजीर से इसे बांध कर रखा गया है ।
चौकाने वाली बात है कि सरकार के ही विभाग द्वारा इसे ऐसे रखा गया है तब से ये कैदी का जीवन जी रही है एवं पिछले साल से 5 बार बीमार भी हो गयी है व आर्थराइटिस जोड़ो के दर्द से कराह रही है ।
हाल ही इसे खड़े करने के लिए जेसीबी की मदद से उठाना पड़ा था ।
डॉक्टरों द्वारा पर्याप्त भोजन न मिलना कमी बताई गई हैं मल्टी विटामिन ,कैल्शियम इत्यादि दवाओं से खड़ी होने लायक तो हो गयी है पर स्वस्थ नही है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हथिनी रूपा को तस्करों द्वारा छुड़ाए जाने के बाद से तस्करी कर ले जाये जाने वाले आरोपियों को जेल भेज दिया गया था जिन्हें कोर्ट ने जमानत भी दे दी है ।
रूपा की सुपुर्दगी को लेकर मथुरा की एसओएस संस्था व हथिनी के गार्जन कोर्ट जा चुके है जिसका मामला हाइकोर्ट में विचाराधीन हैं ।
हाइकोर्ट से जल्दी सुनवाई के लिए हथिनी रूपा को जंजीरो से मुक्त करवाने उसके समुचित इलाज पर्याप्त भोजन उपलब्ध करवाने व उचित देख रेख के लिए अलग से अस्थायी व्यक्ति नियुक्त करने व उसको सुरक्षित रूप से भृमण करवाने का आग्रह किया है जिससे रूपा स्वस्थ होकर स्वछंद विचरण करने लायक बन सके ।