श्रीडूंगरगढ-बीकानेर। रालोपा प्रमुख एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने केन्द्र और राज्य दोनों सरकार को गरीब-किसान विरोधी करार दिया है। श्रीडूंगरगढ में अपनी पार्टी रालोपा की महापंचायत में उमड़ी भीड़ के बीच बेनीवाल ने दावा किया, मेरे सामने से कई बार सत्ता गुजरी। धन संपदा गुजरी। मैंने सत्ता और धन की बजाय गरीब-किसान-जवान के लिए संघर्ष का रास्ता चुना। अब समय है कि गरीब-किसान-जवान एकजुट हो जाएं और रालोपा के नेतृत्व में खुद अपनी सरकार बनाएं।अपने खास अंदाज के लिए पहचान रखने वाले बेनीवाल के भाषण में बार-बार तालियां बजीं, नारे लगे। वे बोले, मैं ऐसा सांसद हूं जिससे केन्द्र की सरकार भी नाराज है। राज्य की सरकार नाराज है। गहलोत और वसुंधरा भी नाराज है। कोई राजी है तो वह जनता है क्योंकि मैं वहीं बोलता हूं जो जनता के हित की बात की है। केन्द्र पर आरोप जड़ते हुए कहा, नए संसद भवन में इसलिए प्रवेश नहीं किया क्योंकि जंतर-मंतर पर किसान के बेटे-बेटियां पहलवान रो रहे थे। राजस्थान में भ्रष्टाचार की बात खुद मुख्यमंत्री कहते हैं। जांच क्यों नहीं करवाते। पेपर लीक प्रकरण के दोषी ब्लैकमेल करते हैं कि अगर मुझे पकड़ा गया तो जबान खोल दूंगा। कई नेता धरे जाएंगे। आरपीएससी के जितने चेयरमैन बन रहे हैं अपने कम पढ़े-लिखे रिश्तेदारों को नौकरी दिलाने के लिए भ्रष्टाचार कर रहे हैं।केन्द्र भी सिर्फ राज्य के धमकाने के लिए ईडी भेज रहा है। चार साल तक ईडी को क्यों नहीं भेजा। अब जब चुनाव नजदीक है तब आई तो अब भी समय बर्बाद करने की बजाय मुकदमे दर्ज करें और दोषियो केा गिरफ्तार करें।
अशोक गहलोत से सवाल किया, सरकार उानके पास है। वे संजीवनी मामले में कार्रवाई क्यों नहीं करते। हनुमान बेनीवाल पर शुक्रवार को भी वसुंधरा राजे पर ऐसे व्यक्तिगत आरोप लगाए जो वे आमतौर पर लगाते रहते हैं।श्रीडूंगरगढ़ में हुई इस सभा को रालोपा के विधायक एवं प्रदेशाध्यक्ष पुखराज गर्ग, विधायक नारायण बेनीवाल के साथ ही विजयपाल बेनीवाल, डॉ.विवेक माचरा, दानाराम घिंटाला आदि ने संबोधित किया। संचालन पत्रकार विशाल स्वामी ने किया।
–स्टेट हाइवे को टोल फ्री करो।
–किसानों की शत-प्रति कर्ज मुक्ति हो।
–फसल बीमा का समय पर पूरा लाभ मिले।
–सशक्त लोकायुक्त व्यवस्था लागू कर भ्रष्टाचार रोको।
–खाली पड़े चार लाख पद भरे जाएं।
–प्रत्येक ग्रेजुएट, पोस्ट-ग्रेजुएट को बेरोजगारी भत्ता मिले।
–पेटोल पर टैक्स कम हो आदि।