बीकानेर,राजस्थान में विधान सभा चुनाव को जीतने के लिए बीजेपी 6 राज्यों से अपने 200 अनुभवी विधायकों को राजस्थान में लगा दिया है. ये विधायक यहां पर जातिगत सीटों पर नहीं जायेंगे.
जिस जाति से है वो यहां पर अलग जाति की सीटों पर रहेंगे. एक सप्ताह तक यहाँ पर रहकर पूरी ताकत लगा उस सीट का पूरा अंदर से लेकर बाहर तक का मिजाज और मूड दोनों समझेंगे.
उसके बाद बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट सौपेंगे. 200 विधायकों में से ज्यादातर राजस्थान पहुंच गए हैं. कुछ नहीं आ पाए हैं. उनकी जगह बदलाव हो सकता है. सभी छह राज्यों से विधायक आकर यहां पर अपने काम पर लग गए हैं. इसमें सबसे अधिक विधायक गुजरात से है. दूसरे नंबर पर यूपी, हरियाणा और उत्तराखंड के बराबर विधायक हैं. हिमाचल प्रदेश के बाद दिल्ली का नंबर है.
गुजरात और यूपी के 135 विधायक
गुजरात से कुल 71 विधायकों को यहां पर उतारा गया है. जैसे प्रमुख रूप रिताबेन पटेल, गौतम भाई चौहान, संजय सिंह महिदा, भागाभाई बार्ड, संदीप भाई देसाई, मेघजी भाई चावड़ा, जीतेन्द्र भाई सोमानी, केशाजी शिवाजी चौहान, जेठाभाई अहीर को यहां पर जिम्मेदारी दी गई है. गुजरात के 71 बीजेपी विधायक यहां पर फिल्ड में उतर भी गए हैं. वहीं यूपी से कुल 64 विधायकों को मौक़ा मिला है. जिनमें कुछ प्रमुख नाम है शलभमणि त्रिपाठी, अनुपमा जयसवाल, जय प्रताप सिंह, अर्चना पांडेय, पुरषोत्तम खंडेलवाल, सत्यपाल सिंह राठौड़, राजीव सिंह, नन्द किशोर गुर्जर, हरेंद्र सिंह को जिम्मेदारी मिली है.
उत्तराखंड, हिमाचल, दिल्ली और हरियाणा के 65 विधायक
उत्तराखंड से कुल 25 विधायकों को यहां पर उतारा गया है. जिसमें शिव अरोड़ा, अनिल नौटियाल, शक्ति लाल शाह, आदेश चौहान, ब्रिज भूषण गैरोला, फ़क़ीर राम टम्टा, प्रीतम सिंह पंवार के नाम प्रमुख हैं. हिमाचल प्रदेश के कुल 10 विधायक यहां पर आये है. राकेश जम्वाल, सुखराम चौधरी, बिकाराम ठाकुर, सतपाल सिंह सत्ती, विपिन परमार को जिम्मेदारी मिली है.
यहां पर हरियाणा से कुल 25 विधायक आए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से प्रवीण डागर, महिपाल ढांडा, भव्य बिश्नोई, सुधीर सिंघला को जिम्मेदारी मिली है. वहीं दिल्ली के कुल 5 विधायक यहां पर उतारे गए हैं. प्रमुख रूप से रामवीर सिंह बिधूड़ी, अभय वर्मा, ओम प्रकाश शर्मा, विजेंद्र गुप्ता और अनिल बाजपेयी को जिम्मेदारी दी गई है.