
बीकानेर,इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के एमसीए विभाग में आज ‘संजय प्रकाश रंगा जल मंदिर’ का भव्य उद्घाटन बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) अखिल रंजन गर्ग द्वारा किया गया।
यह जल मंदिर, कॉलेज के दिवंगत सहायक आचार्य संजय प्रकाश रंगा की पुण्य स्मृति में हरि कृष्ण रिसर्च एंड डेवलपमेंट नेक्सस द्वारा निर्मित कराया गया है। इस पुनीत कार्य का संयोजन व प्रायोजन रोटरी क्लब ऑफ बीकानेर रॉयल्स के सौजन्य से किया गया।
इस अवसर पर डॉ. विशाल गौड़, सहायक आचार्य, इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर ने सभी उपस्थित गणमान्यजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. रंगा सर के प्रति यह जल मंदिर एक विनम्र श्रद्धांजलि है जो विद्यार्थियों के कल्याण हेतु प्रेरणा स्रोत रहेगा।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओमप्रकाश जाखड़ ने जल दान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “जल का दान सर्वोत्तम दान माना गया है। यह जल मंदिर विद्यार्थियों को निःशुल्क व शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराएगा और सामाजिक उत्तरदायित्व की मिसाल कायम करेगा।”
बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) अखिल रंजन गर्ग ने अपने संबोधन में कहा:
“स्व. संजय प्रकाश रंगा एक समर्पित शिक्षक और प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे। यह जल मंदिर न केवल उनकी स्मृति को अमर बनाएगा, बल्कि विद्यार्थियों के लिए एक आवश्यक सुविधा भी प्रदान करेगा। इस प्रकार की पहलें शैक्षणिक संस्थानों में सामाजिक दायित्व और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देती हैं। मुझे प्रसन्नता है कि इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर और रोटरी क्लब ऑफ बीकानेर रॉयल्स ने मिलकर इस सार्थक कार्य को मूर्त रूप दिया है। मैं भविष्य में भी ऐसे कल्याणकारी प्रयासों की अपेक्षा करता हूं।”
इस अवसर पर रोटरी क्लब ऑफ बीकानेर रॉयल्स के सुनील चामड़िया, अध्यक्ष, विपिन लड्डा, सचिव, पंकज पारीक, सहायक गवर्नर और अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे व साथ ही, डॉ. मनोज कुड़ी, डॉ. चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली, डॉ. अरुण पुरोहित, डॉ. पवन तंवर, डॉ. अब्दुल जब्बार, डॉ. नरपत सिंह शेखावत, डॉ. अमित सोनी, अंगद विश्नोई, परमिंदर झिंझा सहित कई अन्य संकाय सदस्य एवं गणमान्य अतिथि भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
सभी अतिथियों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे जल संरक्षण और सामाजिक सेवा की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम बताया। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे कार्यों में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और “सेवा सर्वोपरि” की रोटरी भावना के साथ किया गया।
यह जल मंदिर न केवल विद्यार्थियों के लिए जल की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करेगा, बल्कि स्व. रंगा सर की स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने का एक प्रयास भी सिद्ध होगा।