बीकानेर.महापौर के साथ लगातार विवादों में रहे बीकानेर नगर निगम के आयुक्त गोपालराम बिरदा को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया.
इस बार बिरदा के निलंबन की वजह महापौर से विवाद नहीं बल्कि गुरुवार को एक व्यापारी संजय जैन से हुए विवाद के बाद मारपीट का आरोप बना है.
दरअसल, गुरुवार को बीकानेर नगर निगम आयुक्त गोपालराम बिरदा और एक व्यापारी के बीच विवाद हो गया और इस विवाद में जहां बिरदा ने व्यापारी के खिलाफ सरकारी काम में बाधा का पहुंचाने का मुकदमा दर्ज करवा दिया. वहीं, व्यापारी ने बिरदा पर बदसलूकी का आरोप भी लगाया गया.
चोटिल हुआ व्यापारी: इस दौरान व्यापारी के नाक से खून आने लगा, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग कलेक्टर परिसर में इकट्ठा हो गए, जहां बिरदा को पद से हटाने की मांग को लेकर कलेक्टर और एसपी के पास पहुंचे. वहीं, बीजेपी और कांग्रेस नेता के साथ व्यापारी भी कलेक्ट्रेट पहुंचे.
रैंप बना विवाद का कारण: दरअसल, बताया जा रहा है कि सार्दुलगंज एरिया में एक निर्माण कार्य पर पहुंचकर आयुक्त बिरदा ने व्यापारी संजय जैन से निर्माण कार्य की स्वीकृति दिखाने को कहा. इस पर निर्माण स्थल पर मौजूद व्यापारी संजय जैन ने निर्माणाधीन क्षेत्र को नगर विकास न्यास का बताते हुए न्यास अधिकारियों को ही दिखाने की बात कही. इस बात को लेकर हुए विवाद के बाद आयुक्त ने नगर निगम कर्मचारियों के साथ मिलकर पुलिस की गाड़ी में जैन को भेजा और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मुकदमा भी करवा दिया.
व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन: उधर, जैन के साथ हुई घटना की जानकारी मिलने पर व्यापारियों ने बिरदा के निलंबन से कुछ भी कम स्वीकार नहीं करने की बात कही. इस दौरान कलेक्टर भगवती प्रसाद और एसपी योगेश यादव से मिलकर पूरे मामले में एकतरफा कार्रवाई का विरोध जताया और आंदोलन की चेतावनी दी. है. इस दौरान कलेक्टर शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, दिलीप बांठिया, बीजेप नेता गुमान सिंह, शहर महामंत्री मोहन सुराना, यूआईटी के पूर्व चैयरमेन महावीर रांका, रतनलाल दफ्तरी, राजेंद्र दफ्तरी समेत बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे. विरोध प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों ने बिरदा के निलंबन होने के बाद अपना विरोध खत्म किया.