बीकानेर के हेरिटेज और साहित्यिक संस्कारों का निर्वहन करने वाले राजकीय सार्दुल उच्च माध्यमिक विद्यालय के बारहवीं कक्षा के विधार्थी अरमान नदीम ने बहुत छोटी उम्र में किताब लिखकर और फिर साहित्य अकादमी का पुरस्कार हासिल कर शहर और विद्यालय दोनों का नाम रोशन किया है । यह कहना था सार्दुल स्कूल के प्रधानाचार्य यशपाल पंवार का जो अपने। विद्यालय के छात्र अरमान नदीम की उपलब्धि पर विद्यालय की और से आयोजित कार्यक्रम में उद्बोधन दे रहे थे । वरिष्ठ अध्यापक सुभाष जोशी ने कहा की सार्दुल स्कूल रियासत काल से ही शिक्षा के साथ साहित्य का भी केंद्र रहा है और अनेक राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकार शिक्षक और विधार्थी के रूप में इस विद्यालय से रिश्ता रखते है। सुभाष जोशी ने कहा की बादशाह हुसैन राना, जस्टिस मोहम्मद अब्दुल्ला बेदिल , रासिख बीकानेरी, लाल चंद भावुक, मोहम्मद सद्दीक, अज़ीज़ आज़ाद, गुलाम मोहियुद्दीन माहिर जैसे अनेक साहित्यकार एवं विद्यार्थियों की शानदार अदबी परम्परा में अरमान नदीम एक उम्मीद की किरण है।
इस अवसर महेंद्र मोहता , भुवनेश सांखला,गिरिराज दाधीच,और राकेश कड़वासरा की गरिमामय उपस्थिति रही ।