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बीकानेर,श्रीराष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी गैंगस्टर रोहित गोदारा के निशाने पर साल 2017 से था. दरअसल, साल 2017 में राजस्थान के कुख्यात डॉन आनंदपाल की मौत के विरोध में एक बड़ा धरना प्रदर्शन हो रहा था, जिसमें सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी.

उस धरने में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी भी बैठा था, लेकिन वो धरने से बीच में उठकर चला गया. यही बात गैंगस्टर रोहित गोदारा को बुरी लग गई. उसी के बाद से रोहित गोदारा सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करवाना चाहता था.

पुलिस के अनुसार, 5 दिसंबर को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का आरोपी शूटर नितिन फौजी पहले ही जयपुर पहुंच गया था. एक कुरियर बॉय ने उसे हथियार लाकर दिए थे. इसके बाद कपड़ा व्यापारी नवीन शेखावत ने शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौर को अपना परिचित बताकर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर में फ्रेंडली एंट्री करवाई थी.

कपड़ा व्यापारी नवीन शेखावत को ये तो पता था कि सुखदेव टारगेट पर है, पर वो बातचीत से मसला हल हो जाए, ये भी चाहता था. जब सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और शूटर्स आमने सामने थे, तब शेखावत ने बीच बचाव करना चाहा तो उसे भी गोलियां मार दीं.

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शूटर रोहित राठौर की सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से निजी दुश्मनी अलग थी, क्योंकि जब रोहित राठौर की महिला मित्र ने रोहित पर रेप केस दर्ज करवाया और वो जेल गया तो उस लड़की की पैरवी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने की थी. इसके बाद से रोहित राठौर भी सुखदेव को मौत के घाट उतारना चाहता था.

रोहित गोदारा के राइट हैंड वीरेंद्र चारण से रोहित राठौर की मुलाकात जेल में हुई थी. वहीं नितिन फौजी लॉरेंस बिश्नोई के करीबी दोस्त और कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा का पहले से जानकार था. रोहित गोदारा सिगनल एप के जरिये शूटर्स के लगातार टच में था.

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से पहले और बाद में गैंगस्टर रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण लगातार फोन पर बात कर रहे थे. उधर रोहित गोदारा गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से भी इस घटना की जानकारी साझा कर रहा था. शूटर्स ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने हत्या के बाद फोन तोड़ दिए थे. वहीं हथियारों को जयपुर के नजदीक डीडवाना टोल के पास कहीं जंगल में फेक दिए थे.

जिस कपड़ा व्यापारी के साथ पहुंचे थे शूटर, उसे भी मार दिया

बता दें कि राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में स्थित आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के दोनों आरोपी गोगामेड़ी से मिलने पहुंचे थे. यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई थी. गोगामेड़ी से मिलने तीन लोग उनके घर पहुंचे थे. सभी तकरीबन 10 मिनट तक गोगामेड़ी से बातें करते रहे, इसके बाद नितिन फौजी और रोहित राठौर ने अचानक पिस्टल से गोलियां चलानी शुरू कर दीं थीं. इस घटना में गोगामेड़ी के साथ ही कपड़ा व्यापारी नवीन शेखावत की भी हत्या कर दी गई. आरोपी नवीन के साथ ही गोगामेड़ी से मिलने गए थे.

गोगामेड़ी की हत्या में शामिल दोनों शूटर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों का नाम रोहित राठौर और नितिन फौजी है, जिन्हें राजस्थान पुलिस और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने चंडीगढ़ सेक्टर 22 A के होटल से अरेस्ट किया है. इन दोनों के अलावा तीसरे आरोपी का नाम उधम है. पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी कई राज्यों में छिपने के बाद चंडीगढ़ पहुंचे थे.

संगठन से जुड़ने के बाद सुखदेव सिंह को मिली थी पहचान

साल 2017 में जयगढ़ में पद्मावत फिल्म की शूटिंग चल रही थी. उस समय राजपूत करणी सेना के लोगों ने फिल्म का विरोध किया था. गोगामेड़ी फिल्म पद्मावत और गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर मामले के बाद राजस्थान में हुए विरोध प्रदर्शन के चलते सुर्खियों में रहा. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के पास राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद था.

करणी सेना का गठन 2006 में किया गया था. लोकेंद्र सिंह कालवी ने एक अलग संगठन राजपूत करणी सेना बनाया. साल 2012 में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को श्री राजपूत करणी सेना का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन बाद में कालवी और गोगामेड़ी के बीच विवाद हो गया. सुखदेव सिंह ने 2017 में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से एक अलग संगठन बना लिया था.

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