बीकानेर.उदयपुर में मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक में हुई डकैती के बाद जिला पुलिस अलर्ट मोड पर है। गुरु़वार को बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश व पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने जिलेभर के ज्वैलर्स एवं गोल्ड लोन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की। करीब दो घंटे चली मीटिंग में आइजी ने कार्यस्थल पर अलार्म सिस्टम, सेंसर, सीसीटीवी कैमरे चारों तरफ लगाने के निर्देश दिए। हथियारबंद सुरक्षा गार्ड मुख्य प्रवेश द्वार के अलावा चेस्ट रूम में भी तैनात रखने की हिदायत दी, ताकि आपात स्थिति में तत्काल निपटा जा सके।
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने कहा कि जिन बैंकों व ज्वैलर्स शोरूम में सुरक्षा व्यवस्था नहीं होती है, उसे ही बदमाश टारगेट बनाते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ज्वैलरी प्रतिष्ठानों और गोल्ड लोन कंपनियों में सुरक्षा-व्यवस्था की जिम्मेदारी कंपनी व प्रतिष्ठान मालिकों की स्वयं की है। आप खुद अलर्ट रहें और सुरक्षा के बंदोबस्त पुख्ता रखें। बिना काम के ज्वैलरी शॉप और बैंक आने वाले लोगों पर नजर रखें। गार्ड को हमेशा अलर्ट रहने को कहें। किसी की भी गतिविधि संदिग्ध लगे, तो पुलिस को जानकारी दें। पुलिस की ओर से गश्त व्यवस्था प्रभावी की गई है। अभय कंमाड सेंटर से जुड़े सीसीटीवी कैमरों से कड़ी निगरानी की जा रही है।
बैठक में यह रहे उपिस्थत
मीटिंग में बीकानेर सर्राफा समिति के अध्यक्ष सुनील सोनी, सचिव कैलाश सोनी, अनुराग कोठारी, श्याम सेहरी, शिव कुमार सोनी, श्रीकिशन सोनी, मांगीलाल सोनी, महावीर सोनी, भैंरूलाल सोनी के अलावा मुथुट, मणप्पुरम, एयू फाइनेंस समेत अनेक फाइनेंस व गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे।
पुलिस करेगी औचक निरीक्षण
पुलिस अधीक्षक यादव ने बताया कि ज्वैलरी प्रतिष्ठानों व गोल्ड लोन बैंकों में सुरक्षा बंदोबस्त जांचने वे खुद भी पहुंच सकते हैं। कमी पाए जाने पर संबंधित को नोटिस दिया जाएगा। औचक निरीक्षण करने एवं कार्मिकों के वेरिफिकेशन कार्य की जांच करने के लिए संबंधित थाना प्रभारी को नोडल ऑफिसर बनाया गया है।
आमजन रहे सचेत
पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले में मेले-मगरियों का दौर चल रहा है। मेलार्थियों में शामिल होकर आपराधिक तत्व वारदारों को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए संदिग्ध लोगों को अपने घरों-प्रतिष्ठानों में प्रवेश नहीं करने दें। महिलाएं-युवतियां कीमती गहने पहन कर मेले-मगरियों में जाने से बचें।
यह भी दिए निर्देश
– कार्मिकों और सुरक्षा गार्ड का चरित्र सत्यापन करवाएं।
– सुरक्षा गार्ड को तैनात करने से पहले पूरी पड़ताल करें।
– बैंक, प्रतिष्ठान के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवाएं।
– सुरक्षा गार्ड के पास लाइसेंसी हथियार है या नहीं, इसकी जांच करें।
– कर्मचारियों का पूरा रिकॉर्ड संधारण करें।
– बिना जांच-पड़ताल किए किसी भी कार्मिक को स्ट्रांग रूम तक न ले जाएं।