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बीकानेर,नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ रविवार को बीकानेर में पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत की जन्म शताब्दी समारोह कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे.यहां उन्होंने संविदाकर्मियों के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार अपने हर वादे से मुकरी है.

बीकानेर. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ रविवार को बीकानेर के दौरे पर रहे. भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत की ओर से रविंद्र रंगमंच में आयोजित पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत की जन्मशताब्दी समारोह में मुख्य वक्ता के तौर पर शिरकत करने आए राठौड़ ने पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला.

प्रदेश सरकार की ओर से संविदाकर्मियों को धोखे में रखने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने घोषणा पत्र को कैबिनेट की पहली बैठक में इनके नियमितीकरण की बात कही थी. लेकिन अब जिस तरह से सरकार अपनी बात से पीछे हट रही है, वह इन संविदाकर्मियों के साथ कुठाराघात है. राठौड़ ने प्रदेश सरकार पर झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में यह सरकार केवल एक टेंपो की सवारी जितनी रह जाएगी. किसानों की कर्ज माफी हो, बेरोजगारों का भत्ता हो या कोई दूसरी बात हर बार सरकार अपने वादे से मुकरी है.
क्या कहा राठौड़ ने….

भाटी की मेघवाल पर टिप्पणी पर बोले : राजस्थानी भाषा और नहरों को लेकर मेघवाल पर देवी सिंह भाटी की (Rajendra Rathore on Congress Govt) ओर से की गई टिप्पणी पर राठौड़ ने कहा कि देवी सिंह भाटी फिलहाल भाजपा में नहीं हैं. यह उनका व्यक्तिगत बयान है. अर्जुन मेघवाल को लेकर राठौड़ ने कहा कि उनकी सेवाएं और विकास के काम बेजोड़ हैं. यही कारण है कि वे लगातार चुनाव जीत रहे हैं. राठौड़ ने यहां तक कहा कि किसी एक व्यक्ति के टिप्पणी करने से उनकी सेवाएं बंद नहीं हो सकती. पार्टी संसदीय दल करेगा तय : राजस्थान भाजपा में गुटबाजी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा पूरी तरह (Rajendra Rathore on Bhairon Singh Shekhawat) से एक है. कांग्रेस में नकारा निकम्मा जैसी उपमा दी जाती है. भावी मुख्यमंत्री के दावेदार को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं. किसी दूसरे सांचे में मैंने खुद को ढाला नहीं है. पार्टी जो जिम्मेदारी देती है उसे निभाता हूं.

शेखावत के साथ बिताए समय के सुनाए संस्मरण : इससे पहले राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजनीति में उन्हें भैरों सिंह शेखावत से बहुत कुछ सीखने को मिला है. आज भी उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का प्रयास कर रहे हैं. राजनीतिक घटनाओं और अलग-अलग विषयों पर उनके साथ बिताए हुए समय को याद करते हुए राठौड़ ने कई संस्मरण भी सुनाए. उन्होंने कहा कि भैरों सिंह शेखावत का एक बहुत बड़ा कद था, जिसे उन्होंने अपनी मेहनत और अपने दम पर हासिल किया था. उन्होंने कहा कि शेखावत ने हमेशा आदर्श और सिद्धांतों की राजनीति की. यही कारण है कि शेखावटी के एक छोटे से गांव से निकला शख्स देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद पर भी पहुंचा और तीन बार राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया.

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