बीकानेर,राजस्थान में 17 जून को अजमेर दरगाह से भड़काऊ नारा लगाने वाले (Ajmer Hate Speech) गिरफ्तार आरोपी गौहर चिश्ती से पूछताछ चल रही है. जिसमें नए-नए खुलासे हो रहे हैं.चिश्ती ने अजमेर और उदयपुर में दंगे करने की साजिश रची थी. भड़काऊ नारे लगाने से एक दिन पहले गौहर चिश्ती (Gauhar Chishti) ने खादिमों के साथ मीटिंग की थी. मीटिंग के बाद उसने एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसमें लोगों को सिर तन से जुदा करने के लिए उकसाया जा रहा था. पूछताछ में यह भी सामने आया है कि उदयपुर मर्डर केस के आरोपी मोहम्मद रियाज अत्तारी व गौस मोहम्मद से चिश्ती की नहीं मिला था.
अजमेर पुलिस के एक दल ने अजमेर दरगाह के मुख्य द्वार पर 17 जून को कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोपी गौहर चिश्ती को बृहस्पतिवार को हैदराबाद (तेलंगाना) से गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्होंने 22 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. यहां चिश्ती से पूछताछ चल रही है. पूछताछ में सामने आया है कि गौहर चिश्ती ने 16 जून को खादिमों के साथ मीटिंग की थी. इसके बाद एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया, जिसमें लोगों को सिर तन से जुदा करने के लिए उकसाया जा रहा था. इसके बाद खादिमों दो गुट में बंट गए, कुछ ने इससे किनारा कर लिया, ग्रुप लेफ्ट कर दिया और न ही 17 जून को हुए जूलूस में शामिल हुए.
भड़काऊ नारे लगाने के बाद गया था उदयपुर
वहीं गौहर ने 17 जून को अजमेर दरगाह के बाहर भड़काऊ नारे लगाए थे. इसके बाद वह उदयपुर में दंगे भड़काने से मकसद से वहां गया था. वहीं उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल हत्या मामले के आरोपी मोहम्मद रियाज अत्तारी व गौस मोहम्मद से चिश्ती के संबंध को लेकर पूछताछ में सामने आया है कि वह अबतक इन दोनों से नहीं मिला था.
29 जून को चला गया था राजस्थान से बाहर
चिश्ती के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में 25 जून को प्राथमिकी दर्ज की गई थी. उसके बाद से वह फरार चल रहा था और 29 जून के बाद से वह राजस्थान के बाहर चला गया था. दरगाह के एक खादिम (मौलवी) गोहर चिश्ती पर आरोप है कि अजमेर दरगाह के मुख्य द्वार जिसे निजाम गेट कहा जाता है पर 17 जून को मुस्लिम समुदाय की एक रैली से पूर्व भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ पुलिस की मौजूदगी में कथित भड़काऊ भाषण दिए थे.