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बीकानेर,अहमदाबाद.राजस्थान के गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या मामले में गुजरात एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है. उसने ठेहट की हत्या कर सनसनी फैलाने वाले लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के गुर्गे विजय बिश्नोई को पकड़ लिया है.

दरअसल, राजू ठेहट की हत्या रोहित गोदारा ने गोली मारकर की थी. राजस्थान पुलिस के मुताबिक, रोहित को हथियार विजय बिश्नोई ने दिया था.

इसके बाद विजय गुजरात की तरफ भाग निकला था. इधर, राजस्थान पुलिस ने विजय की जानकारी गुजरात एटीएस को दी. उसे पता चला कि आरोपी ट्रक में छुपकर बीकानेर के लिए निकला है. इसके बाद उसने जाल बिछाया और विजय को मेहसाणा के पास शिकंजे में ले लिया. गौरतलब है कि गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या की साजिश लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने 9 महीने पहले अप्रैल में रची थी. उसने इस हत्याकांड की साजिश बीकानेर के लूणकरणसर में रची थी.

रोहित ने शूटर्स को दिए थे निर्देश

इसके लिए रोहित ने शूटर्स को 10 अप्रैल को लूणकरणसर बुलाया था. उसके बाद शूटर्स सीकर भेज दिए गए. उसने शूटर्स को कहा था कि एक बड़े अपराधी को मारने का टारगेट है. इन शूटर्स में हरियाणा के सतीश मेघवाल और जतिन कुम्हार समेत एक नाबालिग शामिल था. रोहित ने उनको सीकर में अपने गुर्गे मनीष जाट के पास भेजा था.

इस तरह हुई आरोपियों की ट्रेनिंग

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मनीष ने ही तीनों शूटर्स को सीकर के एक कोचिंग संस्थान में दाखिला दिलवाया था. फिर एक पीजी हॉस्टल में रखा और रुपये दिए. हत्या से पहले रोहित ने योजनाबद्ध तरीके से मनीष तक हथियार पहुंचाये. उसने राजू ठेहट को शूटआउट करने की पूरी जिम्मेदारी मनीष जाट को ही सौंपी थी. राजू ठेहट की हत्या से 5 दिन पहले शूटर विक्रम ने तीन शूटर्स को सीकर के बामरड़ा में फार्म हाउस में हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी.

घर में ही किया गोलियों से छलनी

इसके लिए राजू ठेहठ का नकली टारगेट बनाकर 5-5 राउंड फायर करवाए थे. शूटर्स को मैगजीन लोड करना, ब्रस्ट फायर करने और सेफ्टी बटन के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दी गई. ये तीनों शूटर्स सोशल मीडिया के जरिये रोहित के संपर्क में आये थे. उसके बाद मनीष जाट ने शूटर्स के साथ मिलकर पूरे योजनाबद्ध तरीके से राजू ठेहट को उसके घर में गोलियों से छलनी कर दिया और फरार हो गए. लेकिन उनको गैंगवार की इस वारदात के 24 घंटे के भीतर पुलिस ने दबोच लिया था.

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