बीकानेर,इंदिरा गांधी नहर में सिंचाई की वरीयता बुधवार की सुबह छह बजे खत्म हाे जाएगी। इसके बाद 20 मार्च तक सिर्फ पीने का पानी चलेगा। सैकंड स्टेज यानी बीकानेर काे 20 मार्च तक 2200 क्यूसेक पानी मिलेगा जिससे अनिवार्य आवश्यकता का ही पानी मिलेगा। 21 मार्च से आंशिक नहरबंदी शुरू हाेगी।
सिंचित क्षेत्र विकास आयुक्त ने रविवार काे संशाेधित रेग्युलेशन जारी किया जिसके तहत 20 मार्च तक आईजीएनपी काे 8000 क्यूसेक पानी दिया जाएगा। इस पानी काे हनुमानगढ़, बीकानेर और जैसलमेर जाेन में समानुपाती बंटवारा हाेगा। सैकंड स्टेज यानी आरडी 620 से 1254 तक 2200 क्यूसेक पानी मिलेगा। इस पानी से नहरबंदी से पूर्व सभी डिग्गियाें और अन्य जल स्राेताें काे लबालब किया जाएगा।
इसके तहत अ ग्रुप की बिरसलपुर शाखा काे 530, दंताैर काे 70, फलाैदी काे 188, पाेकरण काे 50, बीकमपुर,भरमरसर माइनर काे 215, पन्नालाल बारूपाल काे 100, काेलायत काे 180, 620 से 961आरडी के बीच सीेधे माेघे और बुर्जी काे 551 और वीरतेजाजी लिफ्ट काे 180 क्यूसेक पानी मिलेगा।
ब ग्रुप की नहराें में भूरासर काे 290, पन्नालाल बारूपाल काे 150, काेलायत काे 180, दंताैर 210, चारणवाला काे 1050, 961 से 1254 के बीच छाेटी नहराें काे 150 क्यूसेक पानी मिलेगा। सीएडी आयुक्त नीरज के.पवन ने रेग्युुलेशन काे मंजूरी देते हुए पानी चाेरी राेकने की भी हिदायत दी है।
कैसे घटता जाएगा पानी
21 मार्च से 19 अप्रैल के बीच आंशिक नहरबंदी रहेगी। यानी इस दाैरान सिर्फ राेज के पीने का पानी ही मिलेगा। जिसमें करीब 2000 क्यूसेक पानी चलेगा। 21 मार्च से पहले ही सारे जलाशयाें काे भरा जाएगा।
19 अप्रैल से 19 मई तक पूरी तरह नहरबंदी रहेगी। यानी इस दाैरान नहर से किसी भी शहर या जलाशय काे पानी नहीं मिलेगा। इस दाैरान जलाशयाें या जलस्राेताें में संजाेए गए पानी से ही काम चलाना हाेगा।