बीकानेर। बीकानेर के धोरों में मिली युवक की लाश का राज खुल गया है। यह एक मर्डर है, जिसे उसके दोस्त ने ही अंजाम तक पहुंचाया। यह लाश सोमवार को पुलिस को मिली थी। युवक ने जिस कारण अपने दोस्त की हत्या कर दी, वह बहुत मामूली है और इस बात से निश्चिंत होकर हत्या कर दी कि वह पकड़ा तो जाएगा नहीं, कम से कम परेशानी से तो पीछा छूट जाएगा।
कारण सिर्फ इतना था कि युवक का दोस्त अपने उधार दिए रुपए पर ब्याज मांग रहा था। हत्या के आरोप में गिरफ्तार दोस्त ने पुलिस को बताया कि टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल में कई बार देखा है कि हत्या का राज ही नहीं खुलता। इसी कारण मैंने भी दोस्त को मारकर एक गड्ढे में डाल दिया और उस पर खींप डाल दी। रोज-रोज की उसकी ब्याज की डिमांड से पीछा छुड़ा लिया। सीरियल की कहानियों से वह मानकर बैठा था कि वह पकड़ा नहीं जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
दरअसल अर्जुन और नन्दकिशोर सुथार मित्र थे। दोनों नोखा में साथ रहते थे। किसी काम से नंदकिशोर ने अर्जुन से पैंतीस हजार रुपए उधार लिए थे। इन रुपयों पर अर्जुन लगातार नन्दकिशोर से ब्याज वसूल रहा था। नन्दकिशोर का दावा है कि उसने पैंतीस हजार रुपए उधार लिए थे लेकिन पचास हजार रुपए चुका दिए थे। इसके बाद भी लगातार ब्याज की मांग होती रही। इस पर अर्जुन की हत्या करने का प्लान बनाया। तय योजना के तहत वो मोटर साइकिल पर अर्जुन को लेकर चरकड़ा के पास एक खेत में गया। जहां सरिये से अर्जुन की हत्या कर शव एक गड्ढे में डाल दिया। उम्मीद थी कि यहां उसे कोई नहीं देखेगा। शव अंदर ही अंदर गल जायेगा। एक चरवाहे ने वहां से गुजरते हुए बदबूं आने पर खींप हटाकर देखा कि युवक का शव पड़ा है।
टीवी सीरियल से सीखा
पुलिस को दिए बयान में नन्दकिशोर ने कहा कि उसने टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल में कई बार देखा कि हत्या करने वाला का अंत तक ही पता नहीं चलता। मुझे से अर्जुन ने रुपए लेने के नाम पर कई बार गाली गलौच किया। मेरी बेइज्जती की। इस पर उसे मारने का प्लान बना लिया था। 26 अगस्त को ही वो अर्जुन को खेतों में घूमने के लिए बुला लिया था। वो अपनी मोटर साइकिल पर गांधी चौक आया। जहां से साथ में रवाना हुए। खेत में ले जाकर उसे सरिये से मार दिया।