
बीकानेर, यूनिवर्सिटी-सोशल रिस्पासिबिलिटी के तहत पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर द्वारा गोद लिए गाँव बम्बलू में शनिवार को पशुचिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। निदेशक क्लिनिकस प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने बताया कि वेटरनरी महाविद्यालय एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस चिकित्सा शिविर में गायों, भैंसों, ऊंटों, श्वान आदि 104 पशुओं की विभिन्न प्रकार की व्याधियों जैसे बांझपन, फ़ुराव, कृमिनाशन, खुजली, आफरे, पायका, लंगड़ेपन इत्यादि का उपचार किया गया। कार्यक्रम में यूएसआर समन्वयक डॉ. मैना कुमारी ने इस परियोजना के उद्देश्य बताते हुए पशुओं के उन्नत प्रबंधन एवं संतुलित आहार की महत्ता पर प्रकाश डाला। पशु आपदा प्रबंधन तकनीक केंद्र के डॉ. सोहेल कुरैशी एवं शैलेन्द्र शेखावत ने विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में पशुओं पर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष प्रभावों उल्लेख करते हुए उनके प्रबंधन तकनीकों के बारे बताया। शिविर के दौरान पशुपालकों को मिनरल मिक्सचर का भी निःशुल्क वितरण किया गया। शिविर में डॉ. अमित चौधरी, डॉ ताराचंद नायक, डॉ भगीरथ बिश्नोई, डॉ नरेंद्र एवं स्नातकोतर छात्र आदि विषय विशेषज्ञों ने अपनी सेवाएं दी। कार्यक्रम के आयोजन मे ग्राम सरपंच हेतराम कूकना, रामदेव, मनोज, सीताराम एवं सभी ग्रामवासियों का पूर्ण सहयोग रहा।