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बीकानेर,सिप एबेकस एकेडमी बीकानेर द्वारा अर्थमेटिक जीनियस ऑल इंडिया इंटर स्कूल कॉन्टेस्ट श्री जैन पब्लिक स्कूल में आयोजित किया गया। इस नि:शुल्क कॉन्टेस्ट में कक्षा एक से पांचवीं तक के लगभग 600 विद्यार्थियों के मैथेमेटिकल व कैलक्यूलेशन के परीक्षण की जांच की गई। सिप एकेडमी बीकानेर ब्रांच हैड रूपसा बोथरा ने बताया कि सिप एकेडमी द्वारा प्रतिवर्ष नेशनल लेवल पर यह प्रतियोगिता करवाई जाती है और बीकानेर में सिप एकेडमी द्वारा यह पहली बार आयोजित की गई। इस दौरान स्टेट हैड विजेता शंगारी, रिजनल मैनेजर मुकेश पिलाखवाल का सान्निध्य रहा तथा सेंट विवेकानन्द सीनियर सैकेंडरी स्कूल और सोफिया सीनियर सैकेंडरी स्कूल के विद्यार्थी इस कॉन्टेस्ट में शामिल हुए। रूपसा बोथरा ने बताया कि इस कॉन्टेस्ट के साथ ही एक पेरेंटिंग सेशन का भी आयोजन किया गया जिसमें अभिभावकों को बच्चों के स्किल डवलपमेंट, मैथेमेटिक-कैलक्यूलेशन के बारे में जानकारी व पढ़ाई के तनाव को दूर करने पर चर्चा की गई। कार्यक्रम आयोजक उत्तम बोथरा अंजू बोथरा व विवेक बोथरा ने अतिथियों का स्वागत किया। आयोजन में सिप एबेकस बीकानेर टीम से नेहा शेखावत, वीना बुच्चा, चेतना महात्मा, धनश्री, हर्षिता बालेचा, डिम्पल चौरडिय़ा, भावना शेखावत, रुचि पटवा, मिनल जैन, खुश्बू शर्मा का सक्रिय योगदान रहा। ब्रांच हैड रूपसा बोथरा ने सोफिया स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर एवं सेंट विवेकानन्द स्कूल प्रिंसिपल निधि गुप्ता का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा श्री जैन पब्लिक स्कूल अध्यक्ष विजय कोचर, सचिव माणक कोचर एवं प्रधानाचार्य रूपश्री सिपानी का आभार व्यक्त किया। जैन पब्लिक स्कूल में आयोजित पेरेंटिंग सेशन के दौरान सिप एकेडमी के विद्यार्थियों ने एक डेमो भी दिखाया। डेमो के दौरान नन्हे विद्यार्थियों ने पलक झपते ही सैकड़ों-हजारों की गणना को हल कर उपस्थितजनों को अचंभित कर दिया। कैलकुलेटर के मुकाबले जोड़, घटाव व गुणा करते हुए बच्चों ने एबेकस की टैक्निक को दर्शाया। पेरेंटिंग सेशन को सम्बोधित करते हुए स्टेट हैड विजेता शंगारी ने बताया कि छोटे बच्चों में नम्बर्स का डर खत्म करना व अर्थमेटिक्स के प्रति उनका रुझान बढ़ाना ही सिप एबेकस का मुख्य उद्देश्य है। शंगारी ने बताया कि बच्चों को सुनने व समझने की क्षमता को प्रखर करना तथा बच्चों की एकाग्र शक्ति बढ़ाने के साथ ही उन्हें कैलकुलेशन और मैथेमेटिक्स में होशियार किया जाता है, ताकि जीवन में कभी भी नम्बर्स व कैलकुलेशन में बच्चा पीछे न रहे।

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