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बीकानेर,नागालैंड से फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने के मामले में बीकानेर डीएसटी व एसओजी ने बीकानेर के चार जनों को हथियार सहित गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार मामले में बीकानेर के वार्ड संख्या 66, कोटगेट थाना क्षेत्र निवासी 38 वर्षीय कमल किशोर भाटी पुत्र बृजमोहन भाटी, वार्ड संख्या 3, सर्वोदय बस्ती, नयाशहर थाना क्षेत्र निवासी 35 वर्षीय नवल सिंह राजपूत पुत्र देवी सिंह, चुरू हाल वार्ड नंबर 3 सर्वोदय बस्ती, नयाशहर थाना क्षेत्र निवासी 40 वर्षीय जुगल किशोर पुत्र अर्जुन सिंह राजपूत व रामपुरा बेरी थाना हमीरवास चुरू हाल वार्ड नंबर 3, सर्वोदय बस्ती, नयाशहर थाना क्षेत्र निवासी 40 वर्षीय बृजेन्द्र सिंह शेखावत पुत्र लोन सिंह को एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से चार फर्जी आर्म्स लाइसेंस भी बरामद किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक उदयपुर के सुखेर थाने में 2017 में दर्ज मुकदमा नंबर 339 में धारा 420, 468, 471, 120 बी व 3/25, 5/25 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मुकदमें में ये आरोपी वांछित चल रहे थे। मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

2017 में बीकानेर के नयाशहर थाने में क्षेत्र सहित 4-5 के खिलाफ नागालैंड से फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने के मामले में नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था। उस समय उदयपुर पुलिस द्वारा की गई जांच में बीकानेर के कई लोगों के नाम आए। जिसके बाद तत्कालीन पुलिस परामर्श एवं सहायता केंद्र के एएसपी सुरेंद्र सिंह ने कई अन्य के खिलाफ फर्जी हथियार बनाने के मामले में मुकदमा दर्ज करवाया गया। उस मामले की जांच कुछ माह पहले एसओजी में गई। उससे ठीक पहले नयाशहर थानाधिकारी ने अभियोजन स्वीकृति हेतु फाइल कलेक्टर नमित मेहता को भेजी, जिसे कलेक्टर ने पुनः जांच हेतु लौटा दिया। उसी समय जांच एस ओ जी के पास चली गई। सूत्रों का कहना है इस मामले में नामजद आरोपियों के खिलाफ सबकुछ साफ था, लेकिन पुलिस करीब चार साल से आरोपियों को बचाती रही, वरना इतने लंबे समय तक जांच लंबित कैसे रहती?

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