बीकानेर,बिजली पानी सहित जिले में बढ़ते अपराध पर पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने हुंकार भरते हुए कर्मचारी मैदान में आमरण अनशन शुरू कर दिया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे। भाटी ने सरकार व प्रशासन को फेलियर बताते हुए कहा कि नहरबंदी का निर्णय जल्दबाजी में लिया गया है। जिसके कारण 17 जिलों के लोग प्रभावित हुए है। अब आनन फानन में मरम्मरत करवाई जा रही है। ये नहर फिर टूटेगी। इसके लिये आयोग बैठाकर जांच करवाना चाहिए। विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश के केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री है। जिले के उर्जा मंत्री है। फिर भी जिले व प्रदेश में पेयजल के लिये हाहाकार मचा हुआ है। लोगों को व बेजुबान पशुओं को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। विपक्ष घर में,अधिकारी ऑफिस में। सुनने वाला कोई नहीं। जिले में बेकाबू अपराध से अब स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। जिसके चलते मुझे आमरण अनशन करना पड़ रहा है।
भाटी ने जिले के अधिकारियों को कोसते हुए कहा कि वाहीवाही लूटने वाले ये अधिकारी जनता की पीड़ा को लेकर ऑफिसों से बाहर नहीं निकलते। जो काम आमजन के लिये करना चाहिए वो तो कर नहीं रहे। इनके भरोसे सरकार बैठी है और ये भट्टा बिठाने में लगे है। इन अधिकारियों को न तो जिले के हालात की परवाह है और न ही समस्याओं की। ऐसे अधिकारियों की वजह से बीकानेर रसातल की ओर जा रहा है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि मजबूरी में आमरण अनशन का सहारा लिया है। बिना आमरण अनशन के प्रशासन व सरकार पर दबाव नहीं बनता है। भाटी ने कहा भाजपा नेता बिजली अधिकारी के साथ मारपीट की धाराएं हटवाने और कार्यवाही नहीं करवाने के लिये ज्ञापन देने जाते है। उन्हें आम समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। भाजपा के नेताओं को पद छोड़ देना चाहिए ओर अपना व्यवसाय करना चाहिए। प्रशासन को तो सब कुछ बताना पड़ता है,उन्हें मालूम ही नहीं कहा क्या हो रहा है। यह बड़े दुर्भाग्य की बात है। ऐसे ऐसे अधिकारी जिले में बैठे है। जिन्हें जिम्मेवार अधिकारियों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। वार्ता को दौरान मैनें बताया कि जिले में इतने ट्यूबवैल है। जो चालू हालात में है और कितने बंद है।
जिले में अपराधी बेकाबू
भाटी ने कहा कि जिले में अपराध बेकाबू होते जा रहे है। सरेराह गोलियां चल रही है,किसी को मार कर फैंक दिया जाता है और सरकार अपराध पर अंकुश होने की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ा है और अपराधी खुलेआम अपराध करते नजर आ रहे है। बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर यहां के मंत्री तक मौन है।
आमरन अनशन पर भाटी के समर्थन में अनेक जने पहुंचे। इनमें देवकिशन चांडक,रमेश खत्री,वाई के शर्मा,बिरजू किराडू,शिवराज विश्नोई,गोपीकिशन गहलोत, डूंगर सिंह। तेंहनदेसर,जयवीर सिंह सहित अनेक सरपंच व ग्रामीण क्षेत्रों के लोग शामिल रहे।