बीकानेर,मनमानी रॉयल्टी वसूली के विरोध में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने आंदोलन छेड़ दिया है। शुक्रवार को पहले ही दिन सैकड़ों ट्रकों को बीकानेर से नहीं जाने दिया। जिससे पचास लाख रुपए से ज्यादा का बिजनेस प्रभावित हुआ।पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कहा है कि रॉयल्टी में अवैध वसूली पर सरकार की मौन स्वीकृति है। मुख्यमंत्री को कई बार हालातो से अवगत कराया, लेकिन कमाऊ रॉयल्टी ठेकेदारों पर सरकार नकेल नही कस पा रही। जरूरत पड़ी तो खदान संचालको के साथ संघर्ष तेज किया जाएगा। उधर, बजरी संचालक मंगेज सिंह भाटी, महीपाल सिंह, दीवान सिंह, महेंद्र सियाग, विपिन दहिया, मनोहर सिंह, केशु कूकणा, विजय डागा, केदार चांडक, रामकरण गाट, नीलकमल वैद आदि ने रॉयल्टी के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है। जिसे पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी का पूरा समर्थन है। इनका कहना है कि रॉयल्टी ठेकेदारों द्वारा मनमानी तरीके से रॉयल्टी काटी जा रही है। जिसमे सरकार के नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
कोलायत से खनन के फेक्ट्स
ट्रेचरी, गंगापुरा, हाडलां, चानी आदि गांवों में करीब 150 खदानों में प्रचुर मात्रा में बजरी खनन कर हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, नागौर, चुरू, जैसलमेर, पीलीबंगा आदि जिलों में भेजी जाती है। परंतु रॉयल्टी ठेकेदारों द्वारा बजरी की रॉयल्टी नही काटी जाती, जबकि खदान से इसकी रवाना पर्ची दी जाती है। रॉयल्टी ठेकेदार बजरी की जगह सिलिका की रॉयल्टी काटती है, जिससे अधिक राशि वसूली जा सके। इसको लेकर गुरूवार देर शाम बजरी खदान संचालको की बैठक में विरोध करते हुए 20 जून तक खदान बन्द रखने का आह्वान किया। साथ ही ट्रक मालिको ने भी समर्थन में ट्रक नही भरने की बात कही।
रॉयल्टी द्वारा अवैध वसूली का गणित
बजरी रॉयल्टी 50 रुपए है जबकि सिलिका की 102 रुपए ऐसे में बजरी की जगह सिलिका की रॉयल्टी काटकर अधिक रुपए अवैध रूप से ले रहे है।बजरी ओवरलोड के लिए 1100 रुपए की पर्ची काटी जाती है जबकि 11 हज़ार रुपए अवैध रूप से वसूली की जा रही है।बॉल क्ले के प्रति ट्रक से 800 रुपए अवैध रूप से लिए जाते है। जबकि 40 टन से अधिक होने पर बीच रास्ते मे रोककर 5 हज़ार रुपए लिए जाते है।रॉयल्टी ठेकेदारों द्वारा गंगापुरा, चानी, हाडलां में अवैध खनन किया जा रहा हैं।
50 लाख का कारोबार ठप
रॉयल्टी ठेकेदारों की मनमानी तथा अवैध वसूली के कारण बजरी खदानें शुक्रवार को पूर्णतः बन्द रही। साथ ही ट्रक भी खड़े रहे। ऐसे में कोलायत क्षेत्र में करीब 50 लाख का कारोबार ठप रहा। आंकड़े के अनुसार कोलायत क्षेत्र से रोज़ाना बजरी के 500 ट्रक में 50 हज़ार टन माल की बाहर भेजा जाता है।