
बीकानेर,बीकानेर शहर में पहली बार संत शिरोमणि रामचरितमानस के रचियता गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती पर एक समय एक साथ 41 राम मंदिरों में सुंदरकांड के पाठ होंगे। शहर की तमाम मानस मंडलियों ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। मानस के प्रचार में जुटी विभिन्न समितियां पहली बार ये अनूठा इतिहास रचने जा रही है। इस अवसर पर अलग अलग साधु संतों का सानिध्य भी मिलेगा तथा उनके सानिध्य में तुलसी जयंती धूमधाम के साथ मनाई जाएगी।
आयोजन से जुड़े वरिष्ठ मानस प्रेमी नरेश पुरोहित ने बताया 31 जुलाई को तुलसीदास जयंती पर शाम सवा 7 से लेकर रात सवा 9 बजे तक शहर के तमाम राम मंदिरों में संगीतमयी सुंदरकांड के पाठ करेंगे। इसके उपरांत संतों के प्रवचन भी होंगे। इसके लिए मानस प्रचार मंडलियों ने अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। श्री महेन्द्र स्वामी, महेन्द्र चूरा, राजकुमार व्यास, अजित वायु,शिव सेवग,जगदीश आचार्य, मुदित भोजक को सभी मंदिरों में भोग आरोगण,पूजन सामग्री,की व्यवस्था सौंपी गई है नरेश पुरोहित ने बताया कि 5 साल से 8 साल के छोटे छोटे बालकों द्वारा हनुमान चालीसा के पाठ भी होंगे।सभी मंदिरों को आकर्षक रोशनी से सजाया गया है तथा सभी जगह भक्तों को प्रसाद भी वितरण किया जाएगा। साधु संतों के प्रवचन भी होंगे। इस आयोजन में मातृशक्ति की भी अग्रणी भुमिका निभा रही हैं। कविता पारीक, श्रुति बागड़ी और श्रीमति चन्द कला आचार्य ,आद्या बोहरा,प्रसन्ना पारीकमहिला मंडली के साथ अलग अलग मंदिरों में सुंदरकांड के पाठ व प्रवचन करेगुकरेगी।
आयोजन से जुड़े वरिष्ठ मानस प्रेमी भंवर पुरोहित ने बताया कि सुंदरकांड के पाठ के बाद तुलसीदास जी के जीवन पर प्रकाश हेतु संतो, विद्वतजनों के प्रवचन भी होंगे। राष्ट्रीय संत महामंडलेश्वर सरजूदासजी महाराज संतोषी माता मंदिर गंगा शहर में प्रवचन देंगे। वही सत्यप्रकाश मिश्रातुलसी कुटीर में, भागवताचार्य विजय शंकर व्यास तेलीवाड़ा रघुनाथ मंदिर में, पं. राजेन्द्र किराडू रघुनाथ मंदिर किराडु गली में, राजेन्द्र खत्री चोतीना कुंआ,जानकीनारायणजी श्रीमाली सौनगिरी कुंआ के मंदिर में तो श्री मुरली मनोहर व्यास भागवताचार्य अग्नि शमन मुरलीधर कॉलोनी में होने वाले पाठ में तुलसीदास जी के जीवन चरित्र पर उदबोधन देंगे।