बीकानेर,पिछले कुछ दिनों से लगातार एक धार्मिक गुरू रामगिरी महाराज, नासिक (महाराष्ट्र) द्वारा सोशल मीडिया पर पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब व उनके परिवार के खिलाफ अमर्यादित तथा अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहा है. जिससे इस्लाम की मानने वाले अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है इस विषय पर देशव्यापी प्रदर्शन भी हो रहे है जिससे भारत गणराज्य की एकता और अखण्डता को भी खतरा उत्पन्न हो रहा है।
जैसा कि आपको ज्ञात है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, भारत के संविधान में भारत के नागरिकों को अपने धर्म का पालन करने, मानने, प्रचार और प्रसार करने का मूल अधिकार है। धर्म की स्वतंत्रता के कारण भारत में कई धर्म के लोग अपनी आस्था के अनुसार अपने तरीके से पूजा व इबादत करते है। भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त इस मौलिक अधिकार से गारत के किसी भी नागरिक को वंचित नहीं किया जा सकता।
उक्त व्यक्ति रामगिरी की अमर्यादित भाषा के कारण इस्लाम धर्म के अनुयायियों में भारी रोष है। रामगिरी महाराज के यह विवादित बयान तथा विमर्शित और विद्वेषपूर्ण कार्य इस्लाम धर्म के धार्मिक विश्वासों का अपमान करके धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आशय इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए भारत की शांति को ठेस पहुंचा कर गृह युद्ध करवाने का कार्य, धर्म के आधारों पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का सम्प्रवर्तन और सौहार्द बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला कार्य, राष्ट्रीय अखण्डता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले लांछन तथा प्राख्यान संबंधी आदि कार्य कर भारत की एकता और अखण्डता तथा साम्प्रदायिक सौहार्द को खराब करने का कार्य किया है।महामहिम से निवेदन है कि उक्त रामगिरी महाराज पर कठोर कार्यवाही करने की कृपा करावें।