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बीकानेर,गैंगस्टर राजू ठेहट पर एके-47 से हमला करने की योजना थी,लेकिन राइफल बड़ी होने से कैरी करने की समस्या को देखते हुए बीकानेर से विदेशी पिस्तोलें भेजी गईं। उन्हीं से राजू ठेहट पर गोलियां दागी गई थीं।

ठेहट के हत्यारों को हथियार सप्लाई करने वाले तीनों आरोपियों से पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है। गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग के हार्डकोर गुर्गे कमल डेलू, श्रवण सीवर और विजयपाल की गिरफ्तारी के बाद राजू ठेहट हत्याकांड की कड़ियां फिर से जुड़ने लगी हैं। अभियुक्तों से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि ठेहट को मारने के लिए गोदारा ने लंबी प्लानिंग की थी। इसके लिए पहले दो एके-47 मंगवाई गई। लेकिन राइफल को कैरी करने की समस्या और पकड़ने जाने का डर था। इसलिए दोनों राइफल बीकानेर में जयनारायण व्यास कॉलोनी निवासी पंकज सारस्वत ले गया और 007 गैंग के लोहावट में जंभेश्वर नगर निवासी मनीष शेखाणी को सौंप दी। बाद में रोहित गोदारा के गुर्गे अमरजीत ने कमल डेलू, श्रवण और विजयपाल के जरिए शूटर्स तक पिस्तौल और राउंड पहुंचाए। हत्यारों के पास से पांच पिस्तौल और 183 राउंड बरामद हुए थे। पिस्तौल तुर्की मेड जिगाना और मेड इन चायना थीं।

हालांकि तीनों आरोपियों से पूछताछ में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उन्होंने कितनी पिस्तौलें दी थीं। आरोपियों का कहना है कि दो पैकेट थे। उनमें कितनी थी गिनी नहीं। जयपुर रोड बाइपास पर स्कॉर्पियो गाड़ी में दो युवक आए थे। उनके चेहरे पर नकाब थे। दोनों पैकेट उन्हें सौंपे थे। बड़ा सवाल ये है कि वे दोनों युवक कौन थे? पुलिस इसका पता लगा रही है। अमरजीत बीछवाल थाने का हिस्ट्रीशीटर है। ठेहट की हत्या के बाद से ही फरार है। उस पर 25 हजार का ईनाम है। उसकी पत्नी सीकर जेल में बंद है। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर चार जुलाई तक रिमांड पर लिया गया है। एसपी तेजस्वनी गौतम ने नयाशहर थाने में रात को तीनों से गहन पूछताछ की।

राजू ठेहट हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप के हिस्ट्रीशीटर रोहित गोदारा नाम से फेसबुक आईडी से ली गई थी। इसमें जिक्र किया गया है कि आनंदपाल और बलबीर बानूड़ा की हत्या का बदला लिया है। रोहित गोदारा ने लिखा कि मैं हत्या की जिम्मेदारी लेता हूं बदला पूरा हुआ। वारदात की जिम्मेदारी लेने वाले रोहित गोदारा ने अपना ठिकाना अजरबैजान और दुबई बना रखा है। वहां से वह लॉरेंस और गोल्डी की क्राइम कंपनी को ऑपरेट करता है। यह भारत में वांटेड है। पिछले दिनों प्रसिद्ध ज्वैलरी कारोबारी शिवकुमार सोनी को रंगदारी के लिए धमका चुका है।

नासिक में पकड़े गए रोहित गैंग के गुर्गों के खिलाफ पांचू थाने में जानलेवा हमले का मामला 14 अप्रैल को दर्ज हुआ था। आरोपियों ने सुभाष चंद्र बिश्नोई पर फायर किए थे। घटना के बाद तीनों आरोपी फरार हो गए थे। उन्हें पुलिस ने नासिक के मखमलाबाद स्थित एक फ्लैट से गिरफ्तार किया। आरोपियों से पूछताछ करने के लिए बीछवाल एसएचओ महेंद्र दत्त शर्मा, नया शहर एसएचओ वेदपाल, सीआई संजय सिंह, पांचू एसएचओ मनोज यादव, हैडकांस्टेबल दीपक यादव की टीम बनाई गई है। रोहित के गुर्गे कमल, विजयपाल और श्रवण बीकानेर में अपने ही पुराने साथियों की हत्या करने के फिराक में थे। दोनों साथी मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त हैं। पहले सभी साथ काम करते थे। अब दुश्मनी है। तीनों ने उन्हें ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी। नासिक से निकलने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन उससे पहले की पकड़ लिए गए। पुलिस उनके साथियों को तलाश कर रही है। तीनों हार्डकोर क्रिमिनल हैं। उनसे पूछताछ के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है। राजू ठेहठ के हत्यारों को हथियार सप्लाई करने के संबंध में कई खुलासे होंगे। -तेजस्वनी गौतम, एसपी

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