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बीकानेर, बीकानेर नगर के 534वें स्थापना दिवस के अवसर पर पांच दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनकी तैयारियों की समीक्षा के लिए मंगलवार को जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने नगर के स्थापना दिवस को भव्य तरीके से मनाने और इसमें विभिन्न संस्थाओं तथा आमजन की अधिक से अधिक भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि तैयारियों से जुड़े सभी विभाग समय रहते सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दें। उन्होंने शहर के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर रंग-बिरंगी लाइटिंग करवाने के निर्देश दिए। राव बीकाजी प्रतिमा स्थल सहित प्रत्येक कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई, आवश्कता के अनुसार मरम्मत सहित अन्य कार्य प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए।
*होंगे यह कार्यक्रम*
जिला कलक्टर ने बताया कि पांच दिवसीय कार्यक्रमों की शुरूआत सूचना केन्द्र सभागार में सिक्कों और नोट आधारित प्रदर्शनी से होगी। दो दिवसीय प्रदर्शनी के दौरान भारत भूषण गुप्ता द्वारा संकलित नोट एवं सिक्के आमजन के अवलोकनार्थ रखे जाएंगे। राव बीकाजी संस्थान द्वारा 29 अप्रैल से 1 मई तक महारानी सुदर्शन कला दीर्घा में प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसी श्रृंखला में 30 अप्रैल को सांय राजस्थान राज्य अभिलेखागार में विचार संगोष्ठी, 1 मई को सूरसागर के पास कवि सम्मेलन आयोजित करवाया जाएगा। नगर स्थापना दिवस का मुख्य समारोह 2 मई को राव बीकाजी प्रतिमा स्थल पर प्रातः 7 बजे से मुख्य समारोह आयोजित करवाया जाएगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास एवं पर्यावरण समिति द्वारा 30 अप्रैल को सायं 5.30 बजे श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर चन्दा उत्सव तथा 1 मई को लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रमों की श्रृंखला में देवस्थान विभाग द्वारा देशनोक स्थित श्री करणी माता मंदिर, श्री लक्ष्मीनाथ जी मंदिर एवं गढ़ गणेश मंदिर में विशेष पूजा आयोजित करवाई जाएगी।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) अरूण प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार, साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग के राजेन्द्र जोशी, उरमूल डेयरी के डिप्टी मैनेजर भरत सिंह, देवस्थान विभाग की निरीक्षक सोनिया रंगा, राव बीकाजी संस्थान के प्रहलाद सिंह मार्शल, नरेन्द्र सिंह स्याणी, इरशाद अजीज, अभिषेक आचार्य, कमल रंगा, श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास एवं पर्यावरण समिति के श्रीरतन तम्बोली एवं अशोक सोनी तथा महाराजा रायसिंह ट्रस्ट के कर्नल देवनाथ सिंह मौजूद रहे।
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