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बीकानेर,आर्टिफिशल इंटेलीजेंस और साइबर सिक्यूरिटी जैसे विषय आज की दुनिया में एक बड़ा बदलाव लेकर आये है। आधुनिक तकनीकी युग में साइबर सुरक्षा के मुद्दों को हल करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक मूल्यवान उपकरण है। इसलिए इस तरह के कार्यक्रमों का निरंतर रूप से आयोजन किया जाना समय की मांग है._

प्रो.अजय शर्मा, कुलपति, बीटीयु

इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा व केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक व आईटी मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित ‘साइबर फिजिकल सिस्टम सिक्योरिटी इन द एरा ऑफ़ आर्टिफिशल इंटेलीजेंस’ विषयक पांच दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारम्भ जिला परिषद् के सी.ई.ओ. आईएएस सोहनलाल के मुख्य आतिथ्य में हुआ. कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय के फाइनेंस अधिकारी हनुमान प्रसाद थे.

बतौर मुख्य अतिथि आईएएस सोहनलाल ने संबोधित करते हुए आर्टिफिशल इंटेलीजेंस व साइबर सिक्यूरिटी के विभिन्न आयामों के बारे में चर्चा की. उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से इसके फायदे और पक्षों के बारे में जाकारी प्रदान की. बतौर विशिष्ठ अतिथि बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय के फाइनेंस अधिकारी हनुमान प्रसाद ने विभिन्न प्राचीन इंजीनियरिंग और तकनीकी ज्ञान आधारित विषयों पर प्रकाश डाला. ईसीबी प्राचार्य ने डॉ. ओमप्रकाश जाखड ने कार्यक्रम की रूप-रेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि साइबर-फ़िज़िकल सिस्टम (सीपीएस) से घरों और कार्यालयों में दक्षता और सुरक्षा में सुधार होता है. सीपीएस के जरिये विनिर्माण, परिवहन, स्वास्थ्य सेवा, ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में प्रगति होती है.

कार्यक्रम संयोजक राजकुमार चौधरी ने बताया कि इस फैकल्टी डेवलपमेंट के जरिये लगभग 100 रिसर्च स्कॉलर, संकाय सदस्य और विद्यार्थी लाभान्वित होंगे. कार्यक्रम ऑनलाइन औऱ ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आयोजित किया जा रहा है.

कार्यक्रम में प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, जम्मू के प्रोफेसर यमुना प्रसाद ने पहले बतौर मुख्य वक्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि मशीन लर्निंग आर्टिफिशल इंटेलीजेंस का ही एक हिस्सा है जो ऐसे एल्गोरिदम विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करता है जो कंप्यूटर को स्पष्ट रूप से प्रोग्राम किए बिना सीखने और निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। उन्होंने विभिन्न शोध कार्यों और प्रैक्टिकल लर्निंग द्वारा इस विषय पर गहनता से चर्चा की.

कार्यक्रम के दुसरे और तीसरे सत्र के मुख्य वक्ता इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, जम्मू के डॉ. सत्यदेव अहलावत और गांधीनगर के डॉ. लवी त्यागी रहे. उन्होंने डिफेंस मैकेनिज्म, पॉवर अनालेटिक जैसे विषयों के बारे में शोधपरक चर्चा की.

कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ. गरिमा प्रजापत ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अजय चौधरी ने किया. कार्य्रकम संयोजक डॉ. राहूलराज चौधरी ने साइबर सिक्यूरिटी, आर्टिफिशल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग जैसे विषयों की महत्ता बताई.

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