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बीकानेर,बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय, बीकानेर अपना प्रथम दीक्षांत समारोह दिनांक 20 मार्च 2023 को रवींद्र रंगमंच, बीकानेर में आयोजित करने जा रहा हैं। इस समारोह की अध्यक्षता माननीय राज्यपाल एवं कुलाधिपति महोदय श्री कलराज मिश्र, मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. कृष्ण किशोर अग्रवाल, अध्यक्ष, राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनबीए) एवं संस्थापक कुलपति, गुरु गोविन्द सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, नई दिल्ली शिरकत करेंगे। इस अवसर पर सुबह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का अनावरण, हॉस्टल बिल्डिंग का शिला पूजन व विश्विद्यालय कैंटीन का लोकार्पण भी किया जाएगा। साथ ही राज्यपाल महोदय द्वारा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधन भी प्रदान किया जाएगा। विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम का समापन कर राज्यपाल दीक्षांत सभागार (रवींद्र रंगमच) के मुख्य दीक्षांत समारोह हेतु प्रस्थान करेंगे।

*तैयारियों हेतु 21 समितियों का निर्माण कर की जा रही है तैयारियां*

राज्यपाल महोदय के प्रथम बार विश्वविद्यालय आगमन पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भव्य स्वागत की विशेष तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा हैं। विश्वविद्यालय के लिए भी यह गौरव का विषय है की वह अपने प्रथम दीक्षांत समारोह के सफल आयोजन का साक्षी बनने जा रहा हैं। दीक्षांत समारोह के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कुलपति प्रो. अम्बरीष शरण विद्यार्थी की अध्यक्षता में कुल 21 समितियां और उनके संयोजक नियुक्त किए गए हैं, जो इस आयोजन की विस्तृत कार्य योजना पर कार्य कर रहे है। विश्वविद्यालय द्वारा दीक्षांत समारोह के सफल आयोजन लिए आयोजन समिति द्वारा कुलपति एवं कुलसचिव के प्रभावी निर्देशन में दीक्षांत समारोह की विशेष तैयारीयां को अंतिम रूप दिया जा रहा हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इस सम्बन्ध में गठित विभिन्न समितियों को विशेष दिशा-निर्देश प्रदान कर प्रभावी कार्ययोजना के माध्यम से रूपरेखा बना कर कार्य किया जा रहा हैं।

*2182 डिग्रियों और 17 गोल्ड मेडल्स का होगा वितरण*

• दीक्षांत समारोह के दौरान इस वर्ष स्वर्ण पदक की श्रेणी में बीटेक 14, एमबीए 2, एमसीए 1 पाठ्यक्रम सहित कुल 17 स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे।

• दीक्षांत समारोह के दौरान इस वर्ष बीटेक में 1481, बीटेक (होनर्स) 16, एमबीए 576, एमसीए 101, एमटेक 7, पीएचडी 1 सहित कुल 2182 डिग्रीयां प्रदान की जाएगी।

• इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के विद्यार्थी श्री अरविन्द कुमार को पीएचडी की उपाधि प्रदान की जाएगी।

मरूप्रदेश पश्चिमी राजस्थान में युवाओं को गुणवत्तापूर्ण इंजीनियरिंग शिक्षा के उत्तम अवसर प्रदान कर रहा है बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय
पश्चिमी राजस्थान के युवाओं को तकनीकी शिक्षा में सुलभ अवसर प्रदान करने और मरूप्रदेश के विद्यार्थियों को सार्थक तकनीकी शिक्षा, उच्च गुणवत्तापूर्ण की इंजीनियरिंग के अध्ययन और शोध का अवसर प्राप्त प्रदान करने के उदेश्य से राज्य सरकार द्वारा वर्ष में 2017 में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय अधिनियम 2017 द्वारा बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय की स्थापना तकनीकी शिक्षा के शिक्षण-प्रशिक्षण, अनुसंधान, नवाचार, उद्यमिता और सतत शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में मानवीय मूल्यों के निर्माण और कल्याण के उद्देश्य से की गई थी। राजस्थान सरकार दुवारा 14 मई 2018 को एक अधिसूचना जारी कर बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय का प्रशासनिक और अकादमिक क्षेत्राधिकार निर्धारित किया गया था। वर्तमान में राजस्थान के बीकानेर खंड, जोधपुर खंड, अजमेर खंड के जिला नागौर और अजमेर, जयपुर खंड के जिला अलवर, सीकर और झुंझुनू में अवस्थित एवं क्षेत्राधिकार में आने वाले 43 सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं इनके द्वारा संचालित इंजीनियरिंग, एमबीए, एमसीए, बीआर्क, बी डिजाइन जैसे रोजगार परक पाठ्यक्रमों के संचालन के साथ राजस्थान प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के व्यापक प्रचार-प्रसार, विद्यार्थिओं के कौशल विकास और सर्वश्रेष्ठ अकादमिक दक्षता के निर्माण के साथ तकनीकी शिक्षा के सर्वांगीण विकास की संकल्पना को निरंतर साकार कर रहा है।

पश्चिमी राजस्थान में तकनीकी शिक्षा के सकारात्मक वातावरण के निर्माण करते हुए अपनी स्थापना के मूल उदेश्यों के निहितार्थ के साथ नवोन्मेषी और प्रासंगिक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए विश्वविद्यालय मरू प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है। राजस्थान प्रदेश तेजी से विकास कर रहे राज्यों में से एक है और विकास के इस चरण में तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षित, कुशल एवं दक्ष युवा इंजीनियर्स की मांग को बढ़ी है। इसी माँग कि पूर्ति करते हुए विश्वविद्यालय नीतिगत योजनाओं पर कार्य करते हुए प्रदेश में तकनीकी शिक्षा का सिरमौर बनने के दिशा में अग्रसर हो रहा हैं। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ने प्राथमिकता के साथ विशेष रूप से बुनियादी, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में काम किया है ताकि राज्य सरकार दुवारा जिस मंशा के साथ इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है उसे सार्थक किया जा सकें। यह विश्वविद्यालय प्रदेश में उच्च शिक्षा की विकास गाथा का साक्षी हैं, हमने विश्विद्यालय के सशक्तिकरण और नवाचार के नवीन अवसरों का सृजन कर शैक्षणिक समुदाय की जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वहन किया हैं। विश्वविद्यालय परिवार और हितधारकों के अथक प्रयास और सुनियोजित कार्ययोजना का ही परिणाम है की बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय मरू भूमि के इंजीनियरिंग शिक्षा की अलख जगा रहा हैं जिससे हमारे प्रदेश के असंख्य युवा लाभान्वित हो रहे हैं। तकनीकी शिक्षा का समन्वित विकास और व्यापक प्रबंधन सुनिश्चित करते हुए बीटीयू विकास की गाथा लिख रहा हैं। हम सभी के लिए गौरव की बात है की विश्वविद्यालय पश्चिमी राजस्थान में तकनीकी शिक्षा के व्यापीकरण और चहुंमुखी त्वरित विकास के लक्ष्य में अपना योगदान सुनिश्चित कर रहा हैं। साथ ही हम हमारे सभी हितधारकों के आभारी है जिन्होंने बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा के राष्ट्रीय मानचित्र पर वैश्विक पहचान दिलाने में महत्तवपूर्ण भूमिका निभाई हैं।
हमारे शिक्षक-विद्यार्थी, सम्बद्ध महाविद्यालय एवं हितधारक विश्वविद्यालय के भरोसेमंद भागीदार है, इस आपसी भागीदरी के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की परिकल्पना को साकार करते हुए बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय ने सम्बद्ध कॉलेजो, विद्यार्थियों, शिक्षको को अपना मजबूत भागीदार मानते हुए प्रदेश की तकनीकी शिक्षा को अन्तराष्ट्रीय पहचान दिलाने का सुखद स्वप्न देखा हैं। राज्य सरकार के मूल्यवान प्रयासों द्वारा तकनीकी शिक्षा के इस प्रकल्प ने पश्चिमी राजस्थान में इंजीनियरिंग शिक्षा में अग्रणीय संस्थान के रूप में पहचान प्रदान की हैं। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है कि युवा विद्यार्थियों में इंजीनियरिंग के प्रति अभिरूचि जगाने एवं तकनीकी शिक्षा के उन्नयन और करियर निर्माण में सराहनीय भूमिका निभा रहा हैं। भविष्य में भी बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के सम्बद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज गुणवत्ता में न केवल प्रदेश में बल्कि देश भर के अग्रणी तकनीकी संस्थाओं में अपना स्थान बनाएंगे। उच्च, तकनीकी, कौशल और प्रबंधन शिक्षा को विकसित करते हुए प्रदेश के युवाओं को सक्षम बनाने के लिए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के माध्यम से असंख्य युवा भविष्य निर्माण कर रहे हैं, जिससे प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के प्रति सकारात्मक माहौल विकसित हुआ हैं। विश्वविद्यालय द्वारा समय की मांग के अनुरूप तकनीकी पाठ्यक्रमो का स्तर निर्धारित और नवीन पाठ्यक्रमो का निर्धारण करते हुए विद्यार्थियों को रोजगार के श्रेष्ठतम अवसर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में आने वाले समय में और बेहतर तकनीकी मानव संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे, परिणामस्वरूप रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे और राज्य सरकार की लाभकारी नीतियों से विधार्थी लाभान्वित होंगे। ऐसे में प्रदेश के विश्वविद्यालयों और इंजीनियरिंग कॉलेजो को विधार्थियों के विश्वास की अवधारणा को ईमानदारी से पूर्ण करना होगा। आज वर्तमान समय में तकनीकी शिक्षा की व्यापकता को प्रोत्साहन देने पर ही नामांकन में वृद्धि होगी, दुनिया भर में तकनीकी क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहे हैं, ऐसे में इंजीनियरिंग के विद्यार्थी नवीनतम और श्रेष्ठतम तकनीकी अकादमिक नवाचारो में दक्षता हासिल कर प्रतिस्पर्धी बनेंगे और यह मानव संसाधन की वैश्विक मांग की पूर्ति करेंगे।

विश्वविद्यालय की समग्र प्राथमिकता को सुनिश्चित करने के मुख्य ध्येय के साथ बीटीयू को प्रदेश के “उत्कृष्ट विश्वविद्यालय” की अग्रणी पंक्ति में शामिल होने की दिशा में आगे बढ़ रहा हैं। तकनीकी शिक्षा की नवीनतम प्रणालियों को अपनाते हुए हम विधार्थियों को तकनीकी रूप से उन्नत कर रहे हैं। आज पूरी दुनिया में तकनीकी शिक्षा की भूमिका और महत्व को रेखांकित किया गया है। पाठ्यक्रमों में मानवीय मूल्यों का समावेश एवं ह्यूमन वैल्यू का क्रेडिट कोर्स के रूप संचालन, इंजीनियरिंग के विधार्थियों को शोध और अनुसंधान से जोड़ने, नवीनतम टेक्नोलॉजी के साथ विश्वविद्यालय को हाईटेक बनाने, डिजिटलीकरण के माध्यम से विधार्थियों को कौशल विकास में दक्षता, आइडिया लैब के स्थापना, संबंद्ध महाविद्यालयों की रैंकिंग, विभिन्न संस्थाओं के साथ एमओयू, शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान, छात्रों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना, स्वच्छ शैक्षणिक माहौल तैयार करना, तकनीकी शिक्षा में अभिनव योजनाओ का क्रियान्वयन, नवाचार, नव अकादमिक योजनाओं का सृजन कर विद्यार्थियो का सशक्तिकरण के प्रयास, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के विकास हेतु आयोजित कार्यशालाए, शैक्षणिक व सह शैक्षणिक गतिविधियां, शिक्षा की गुणवत्ता का निर्धारण एवं प्रभावी शिक्षण व्यवस्था, छात्र सुविधाओं पर विशेष प्राथमिकता, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की नीतियों और योजनाओं का सफल क्रियान्वयन, नवीन पाठ्यक्रमों का समावेश जैसे असंख्य विषयों पर कार्य करते हुए विश्वविद्यालय ने अपनी महत्तवपूर्ण भूमिका निभाई हैं।

*बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा विगत वर्षों में अर्जित की गई असंख्य उपलब्धियां*

• नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन कर अनुरूप पाठ्यक्रम व योजना विकसित कर बना प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय, पाठ्यक्रम के बदलते स्वरूप को अपनाने के साथ बीटीयू कर अकादमिक उत्कृष्टता में हुई वृद्धि।

• एआईसीटीई प्रायोजित 1 करोड़ की आईडिया लैब की स्थापना करने वाला यह प्रदेश का प्रथम तकनीकी विश्वविद्यालय है जो विद्यार्थी के आइडियाज को नवाचार के साथ जोड़ रहा है।

• इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली द्वारा द्वारा वित्त पोषित राशि 3 करोड़ की लागत से 80 विद्यार्थियों के रहने हेतु 3 मंजिला हॉस्टल का निर्माण वर्ष 2023 में पूरा किया गया है। इस हॉस्टल के निर्माण होने से विश्वविद्यालय के अधिक से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।

• सिविलवॉलेट फाउंडेशन के साथ एमओयू कर सम्बद्ध महविद्यालय के विद्यार्थियों के सामुदायिक विकास और विद्यार्थियों की सामाजिक, भावात्मक, सर्वांगीण सुरक्षा व महाविद्यालयों में उच्च सुरक्षा मानको का नवाचार एहसास (EHASAS-इन्हेंस्मेंट इन होलिस्टिक एप्रोच फॉर सेफ्टी एंड सिक्युरीटी) के नीतिगत मॉडयूल्स एवं अभिनव परियोजना “सिंबल ऑफ़ सेफ्टी” का होगा क्रियान्वयन करने वाला बना प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय

• ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थिओं हेतु वर्तमान रोजगार परिदृश्य में घटते परम्परागत रोजागर के क्षेत्रों के कारण कृषि आधारित रोजगार के संभावनाओ के उभरते नवीन विकल्प के साथ एमबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट का नवीन पाठ्यक्रम प्रारम्भ कर रोजगार से स्वर्णिम अवसर प्रदान किया गया हैं। इस पाठ्यक्रम से पश्चिमी राजस्थान के मरू प्रदेश के असंख्य ग्रामीण विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।

• पर्यावरण संरक्षण एवं पारिस्थितिक संतुलन के प्रति तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों एवं प्रदेश के सभी सम्बद्ध 42 महाविद्यालयों में जागरूकता लाने हेतु अपने नवाचार के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण से जुडी इको ब्रिक परियोजना का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन कर विद्यर्थियो को पर्यावरण के प्रति उनके दायित्व से नवाचार और प्रयोगिक रूप से जोड़ा गया हैं।

• विद्यार्थियों के ग्रामीण संस्कृति से जुड़ाव, ग्रामीण उद्यमिता, ग्राम सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास एवं शोध पर कार्य, सामाजिक एवं पर्यावरणीय मूल्यों को विकास, पर्यावरण संरक्षण जागरूकता लाने हेतु महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद, उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय, बीकानेर के मध्य एमओयू सम्पन्न किया गया है,
जिसके अन्तर्गत विश्वविद्यालय के ग्रामीण उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ द्वारा सराहनीय कार्य करने के फलस्वरूप मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय ग्रामीण उद्यमिता मिशन के सदस्य के रूप में मान्यता प्रदान की गई है।

• विश्वविद्यालय द्वारा प्रदेश की तकनीकी शिक्षा की नामांकन वृद्धि, गुणवत्ता सुधार, अभियांत्रिकी महाविद्यालयों एवं हितधारको के सुदृढ़ीकरण एवं विद्यार्थियों के सशक्तिकरण, सम्बद्ध महाविद्यालय और उच्च शिक्षा के समन्वित विकास हेतु सशक्त भागीदारी का अभियान “विश्वविद्यालय आपके द्वार” का आयोजन किया गया। इस अभियान के अंतर्गत विश्विद्यालय और महाविद्यालय द्वारा एक मंच पर संवाद श्रृंखला आयोजित कर तकनीकी शिक्षा के उन्नयन का साँझा प्रयास किया गया। विश्वविद्यालय और कॉलेजो की आपसी भागीदारी के इस उन्नत मॉडल ने तकनीकी शिक्षा की उन्नती की दिशा में राजस्थान प्रदेश में आधारस्तंभ के रूप में पहचान स्थापित की है।

• जिला प्रशासन बीकानेर के प्रयासों से सिरेमिक इलेक्ट्रिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर के संचालन के लिए सिरेमिक इलेक्ट्रिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर और बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के मध्य एमओयू किया गया, जिसके परिणाम स्वरूप विश्वविद्यालय द्वारा सिरेमिक से संबंधित इंजीनियरिंग के कोर्स भी करवाए जा सकेंगे साथ ही स्थानीय उद्योगों के साथ-साथ विद्यार्थियों को भी लाभ मिल सकेगा।

• बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गाँव पलाना में विश्वविद्यालय की यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पांसिबिलिटी सेल द्वारा गांव को उत्कृष्ट बनाने, ग्राम विकास और संवर्धन, ग्रामीणों में जागरूकता के सराहनीय कार्यकिए गए हैं। विश्वविद्यालय द्वारा गाँव पलाना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करना करते हुए जन जागरूकता अभियान के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिसके फलस्वरूप अभूतपूर्व परिवर्तन आए है और असंख्य स्थानीय ग्रामीण को लाभान्वित हो रहे है।

• विगत वर्षो में विद्यार्थियों को रोजगार के स्वर्णीम उपलब्ध करवाने हेतु विश्वविद्यालय व उनके सम्बद्ध महाविद्याओं द्वारा समय-समय पर कैम्पस प्लेसमेंट द्वारा विभिन्न कंपनियों, ओद्योगिक इकाइयों के साक्षात्कार आयोजित करवाये गये जिसमें प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा विद्यार्थियों का प्लेसमेंट किया गया जिसमें विद्यार्थियों को रोजगार के निम्नांकित सुलभ अवसर प्रदान किये गये।

(1) विगत वर्षो में 339 अंतर्राष्ट्रीय स्तर की, 1010 राष्ट्रीय स्तर की, 363 राज्य स्तर सहित कुल 1579 कंपनियों द्वारा कैंपस साक्षात्कार आयोजित किया गया जिसके अंतर्गत कुल 5125 विद्यार्थियों के रोजगार के प्रस्ताव/उपलब्ध कराया गया।
(2) विगत वर्षो में न्यूनतम पैकेज 3.5 लाख एवं अधिकतम पैकेज 38 रहा है।
(3) विगत वर्षो में नियोजन/रोजगार के लिए उद्योगों/कंपनियों के साथ कुल 309 समझौता ज्ञापन सम्पन्न हुए।
(4) विगत वर्षो में 254 विद्यार्थी राज्य सरकार की सेंवाओ में नियोजित हुए है।
(5) विगत वर्षो में 155 विद्यार्थी केंद्र सरकार की सेंवाओ में नियोजित हुए है।
(6) विगत वर्षो में महाविद्यालयों द्वारा 19 रोजगार शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों के नियाजन के प्रयास किए गए हैं।
• बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के इंडस्ट्री रेडी सिलेबस पढ़कर संकाय सदस्यों के निर्देशन में निम्न जनोपयोगी प्रोजेक्ट्स का निर्माण किया है :-
(1) पहाड़ी क्षेत्र में ब्लाइंड स्पॉट्स पर एक्सीडेंट रोकने के लिए अल्ट्रा सोनिक सेंसर का उपयोग करते हुए वार्निंग सिस्टम बनाकर दुर्घटना अपेक्षित क्षेत्रों को एक्सीडेंट मुक्त करने के उपाय सुझाने का यंत्र का निर्माण किया।
(2) क्रिमिनल आइडेंटिफिकेशन सॉफ्टवेर बनाकर क्रिमिनल फ्रॉड को रोकने सम्बन्धी उपाय विकसित किए।
(3) घरों में लगने वाली पानी की टंकी का सम्पूर्ण आटोमेटिक उपकरण, किसानों हेतु स्वचालित बीज रोपण मशीन, दिव्यान्गों हेतु आटोमेटिक स्वचालित मशीन, थ्री पॉइंट बेन्डिंग मशीन, ड्रोन जैसे असंख्य नवाचारो के माध्यम से विद्यार्थी कौशल विकास की और अग्रसर हो रहे हैं।
(4) ओपन फ्रिज वोर्किंग प्रणाली सहित कुल 30 प्रोजेक्ट्स का निर्माण किया गया।
• शिक्षा के साथ विद्यार्थिओं को शोध और अनुसंधान, उद्योगों से जोड़ने, शैक्षिक आदान-प्रदान, पारस्परिक रूप से लाभप्रद क्षेत्रों में दोनों संस्थानों के बीच पहल करने के उद्देश्य से विभिन्न औधोगिक ईकाइयों, कम्पनियों, अन्य विश्वविद्यालयों और संस्थाओं के साथ 28 एमओयू सम्पन्न किए गए है।
• अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के अनुमोदन के साथ विश्वविद्यालय द्वारा बी.आर्क एवं बी.डिजाइन जैसे पेशावर और रोजगार परक पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए गया है, जिसमें प्रवेश लेकर विद्यार्थी रोजगार उन्मुखी शिक्षा प्रदान कर रहे है।
• विश्वविद्यालय विभिन्न विभागों को नैक एवं एनआईआरएफ रैंकिंग हेतु प्रयासरत है इस हेतु कार्ययोजना पर कार्य किया किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में विश्वविद्यालय की अकादमिक साख में और वृद्धि होगी।
• समय-समय पर आयोजित राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय कार्यशालाओं, संकाय विकास कार्य्रकम, प्रशिक्षण शिविरों, संवाद कार्यकर्मों, विभिन्न शैक्षणिक कार्यकर्मों, अकादमिक गतिविधियों, शोध-अनुसंधान कार्यकर्मों, शैक्षणिक कार्यकर्मों, सेमिनार्स, वेबिनार्स, समझौता ज्ञापन, शैक्षणिक आदान-प्रदान, सम्बद्ध महाविद्यालयों का मानकीकरण सहित अन्य कई योजनाओं के माध्यम से विश्वविद्यालय दिन-प्रतिदिन प्रगति की दिशा में सशक्त भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
• समय-समय पर आयोजित अकादमिक परिषद एवं प्रबंधन मंडल की बैठकों में विद्यार्थियों, सम्बद्ध महाविद्यालयों विश्वविद्यालय के सशक्तिकरण हेतु लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों के माध्यम से विश्वविद्यालय अपने हितधारकों की हित सुनिश्चित कर रहा हैं।
• अकादमिक उत्कृष्टता की प्राथमिकता का निर्धारण करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा नव अकादमिक योजनाओं का निर्माण करते हुए सम्बद्ध महाविद्यालयों और विद्यार्थियों हेतु प्रभावी रूप से क्रियान्यवन व सफलतापूर्वक लागू किया गया है, फल स्वरूप असंख्य विद्यार्थियों के अकादमिक कौशल में गुणात्मक रूप से वृद्धि हुई हैं।
• बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा समय-समय पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, राजभवन, राज्य सरकार, तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों, कल्याणकारी नीतियों, लाभकारी अकादमिक योजनाओं और तकनीकी शिक्षा के गुणवत्ता कार्यक्रमों का प्राथमिकता के साथ सफल क्रियावयन किया हैं। फलस्वरूप हमारे सम्बद्ध एवं संघटक महाविद्यालय और उनसे जुड़े असंख्य विद्यार्थी और हितधारक लाभान्वित हो रहे हैं।

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