बीकानेर,शहर में बिजली चोरी के मामलों में निजी बिजली कम्पनी बीकेईएसएल ने विद्युत थानों में एफआरआई दर्ज कराना शुरू कर दिया है। शहर में बिजली चोरी के करीब दो हजार मामले पेडिंग है। कम्पनी ने एफआईआर से बचने के लिए सम्बंधित व्यक्तियों को राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही एमनेस्टी योजना का तत्काल लाभ लेने की सलाह दी है। बिजली चोरी के मामलों में कंपनी का करीब चार करोड़ रुपए बकाया है।
बीकेईएसएल के सीओओ जयन्तराय चौधरी ने बताया कि आज से बिजली चोरी के मामलों में विद्युत थानों में एफआईआर दर्ज होना शुरू हो गया है। ऐसे में आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ जुर्माना व कम्पाउंडिंग राशि नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी। चौधरी ने बताया कि वीसीआर के तहत जो जुर्माना व अन्य राशि वसूल की जाती है उसमें कुछ हिस्सा राज्य सरकार का होता है।
उन्होंने बताया कि शहर में बिजली चोरी के दो हजार मामलों में करीब 1100 नियमित बिजली उपभोक्ता व करीब 900 अन्य लोग है। बीकेईएसएल इन सभी के खिलाफ बिजली चोरी के मामले दर्ज कराएगी। इस सबसे बचने के लिए कम्पनी की ओर से दोषी लोगों को तत्काल राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही एमनेस्टी योजना का फायदा उठाने की सलाह दी जा रही है। दिसम्बर 2022 तक जिन लोगों की बिजली चोरी के मामले में वीसीआर भरी जा चुकी है, वे लोग सितम्बर 2023 तक इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इस योजना के तहत एक लाख रुपए की सिविल लाइबिलिटी पर 40 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। एक लाख से अधिक राशि होने पर एक लाख के अतिरिक्त राशि का 10 प्रतिशत ही लिया जाएगा। इसके अलावा कम्पाउंडिंग राशि में 25 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। कम्पाउडिंग राशि पूरी तहत से राज्य सरकार को दी जाती है।